मुजफ्फरपुर. पुत्रों की लंबी उम्र के लिए मंगलवार को महिलाओं ने निर्जला रह कर जीउतिया व्रत किया. इससे पूर्व सुबह तीन बजे महिलाओं ने सरगही की. उसके बाद महिलाओं ने पूरा दिन व रात निर्जला रह कर जीतवाहन की कथा सुनी. हालांकि धूप तेज रहने के कारण महिलाओं काे काफी परेशानी का सामना करना पड़ा.
प्यास लगने के बावजूद व्रतियों ने बेटे की लंबी उम्र के लिए व्रत नहीं तोड़ा. आचार्य पं मनीष झा ने कहा कि जीउतिया व्रत एक बार टूट जाने के बाद उसे नहीं किया जाता. पर्व की मान्यता के अनुसार महिलाओं को पूरा दिन रात निर्जला रह कर दूसरे दिन सबेरे पारण करना होता है.