मुजफ्फरपुर : जिले में डेंगू के मरीजों की संख्या हजारों में है, लेकिन स्वास्थ्य विभाग इसकी रिपोर्ट नहीं ले रहा है. आलम यह है कि पिछले एक महीने में शहर के दस डॉक्टर ही डेंगू के 223 कन्फर्म मरीज देख चुके हैं. सरकारी स्तर पर भी 46 का इलाज हुआ है. यदि जिले के 300 […]
मुजफ्फरपुर : जिले में डेंगू के मरीजों की संख्या हजारों में है, लेकिन स्वास्थ्य विभाग इसकी रिपोर्ट नहीं ले रहा है. आलम यह है कि पिछले एक महीने में शहर के दस डॉक्टर ही डेंगू के 223 कन्फर्म मरीज देख चुके हैं.
सरकारी स्तर पर भी 46 का इलाज हुआ है. यदि जिले के 300 फिजिशियन व पीडियाट्रिक्स अपनी रिपोर्ट दें तो डेंगू पीड़ित की संख्या हजारों में होगी. आइएमए के सचिव डॉ रंधीर कहते हैं कि अधिकतर फिजिशियन रोज डेंगू से पीड़ित दो-तीन मरीजों का इलाज कर रहे हैं.
बाहर के मरीजों से फैल रहा डेंगू. वरीय डॉ बीबी ठाकुर व डॉ बीएन झा का कहना है कि बाहर से आये मरीजों से शहर में डेंगू फैला है. यहां जागरूकता के अभाव के कारण बीमारी फैलती गयी. एडिज मच्छर इसके वायरस को दूसरे तक पहुंचा रहे हैं.
नतीजा दिन ब दिन जिले में बीमारी फैलती जा रही है. नगर निगम व स्वास्थ्य विभाग को इस पर ध्यान देना चाहिए. जल्दी इसे कंट्रोल नहीं किया गया तो बाद में इसकी रोकथाम काफी मुश्किल हो जायेगी.
स्वास्थ्य विभाग नहीं जुटा रहा आंकड़ा. स्वास्थ्य विभाग अबतक डेंगू के प्रति सचेत नहीं है. विभाग सिर्फ एसकेएमसीएच में जांच के बाद पॉजीटिव पाये गये 46 मरीजों को ही डेंगू का मरीज मान रहा है.
जबकि निजी स्तर पर इलाज करने वाले डॉक्टरों से रिपोर्ट नहीं ले रहा है. जबकि मुख्यालय की ओर से यह निर्देश दिया गया था कि सभी नर्सिंग होम से डेंगू की रिपोर्ट ली जाये. हालांकि इसके लिए विभाग से पहल नहीं की गयी. नतीजा डेंगू की सही रिपोर्ट मुख्यालय नहीं भेजी जा रही है.