मुजफ्फरपुर : आश्विन शुक्ल परिवा यानी शनिवार से शारदीय नवरात्र आरंभ होगा. पहले दिन कलश स्थापना के साथ माता की पूजा अर्चना शुरु होगी. सार्वजनिक पूजा स्थल से लेकर निजी स्तर पर भी देवी के विभिन्न रुपों की आराधना के लिए भक्तों ने पूरी तैयारी कर ली है.
इस वर्ष शनिवार को कलश स्थापना होने के कारण माता का आगमन घोड़ा पर हो रहा है. वहीं विजया दशमी सोमवार को पड़ने के कारण भगवती महिषा पर सवार होकर वापस लौटेगी. देवी के आगमन और गमन पर शास्त्रीय दृष्टिकोण के मुताबिक भगवती का आगमन सत्ता परिवर्तन या राजनीतिक अस्थिरता का संकेत दे रहा है तो महिषा पर गमन रोग–शोक देने वाला है.