मुजफ्फरपुर: चार छात्रों को पीटने के मामले में पुलिस का दोहरा मापदंड सामने आया है. इसी मापदंड के कारण कारण मासूम बच्चे अपने माता-पिता के पास न होकर बाल कल्याण समिति के सुपुर्द हैं.
दूसरी ओर, मासूमों के साथ बेरहमी से पेश आने वाले पूर्व मुखिया को थाने से ही मुक्त कर दिया गया. जिस बैट्री की चोरी के आरोप में बच्चों पर प्राथमिकी दर्ज की गई, जिसके लिए उन्हें बेरहमी से पीटा गया, उस बैटरी को पुलिस बच्चों के पास या उनके घर से बरामद नहीं कर सकी है.
मैंनिर्दोषहूं : पूर्व मुखिया
ग्रामीणों द्वारा बच्चों की पिटाई की जा रही थी. लोग मेरे दरवाजे पर उन्हें लेकर आये, तो मैंने थाने पर जाकर इसकी सूचना दी. इसके बाद पुलिस के साथ अपने घर पहुंचा. विरोधियों ने इसे राजनीतिक रूप दे दिया. इसके बाद मुङो गिरफ्तार कर लिया गया. बच्चों की पिटाई में मेरी कोई भूमिका नहीं है.
सर्वेश कुमार मुन्ना, पूर्व मुखिया