मुजफ्फरपुर: बिहार राज्य नियोजित शिक्षक संघर्ष मोरचा के आह्वान पर सोमवार को जिला में बड़ी संख्या में शिक्षक जेल भरो आंदोलन में शामिल हुए. समाहरणालय में तैनात मजिस्ट्रेट ने देर शाम करीब साढ़े चार सौ शिक्षकों को गिरफ्तार किया. इन्हें मौके पर ही बांड भरवाकर जमानत दे दी गयी.
इससे पूर्व शिक्षक खुदीराम बोस मैदान में इकट्ठा हुए. वहां से मोरचा के जिलाध्यक्ष जितेंद्र कुमार यादव के नेतृत्व में समाहरणालय पहुंचे. समाहरणालय के मेन गेट पर शिक्षक धरना पर बैठ गये. उपस्थित शिक्षकों ने कहा कि वे अपनी मांगों को लेकर जेल जाने को तैयार हैं. शिक्षकों ने इस संबंध में जिलाधिकारी को ज्ञापन भी सौंपा. देर शाम तक शिक्षक समाहरणालय के मेन गेट पर डटे रहे.
जिलाध्यक्ष जितेंद्र कुमार यादव ने कहा कि समान काम के लिए नियोजित शिक्षक आखिरी दम तक लड़ते रहेंगे. राज्य कमेटी के सदस्य विनय कुमार विपिन ने कहा कि वेतनमान मिलने पर ही शिक्षक अपने आंदोलन से वापस होंगे. गिरफ्तारी देने वालों में जितेंद्र कुमार, अमल कुमार, विनय कुमार, श्रीकांत राय, अमन कुमार, सुनील कुमार चौधरी, उमा शंकर प्रसाद, सैयद अली इमाम, संजय कुमार, पंकज कुमार, अशोक कुमार, दिनेश रजक, विद्या नंदन सहाय, कमलेश्वर पासवान, नीरज द्विवेदी, रमेश कुमार सहित बड़ी संख्या में शिक्षक शामिल थे.
गोपगुट शिक्षक संघ ने भी दी गिरफ्तारी. नियोजित शिक्षकों के समर्थन में बिहार राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ (गोपगुट) के बैनर तले समाहरणालय में शिक्षकों ने गिरफ्तारी दी. गिरफ्तारी देने वालों में नियमित शिक्षक श्यामनंदन सिंह, पवन कुमार, नागेंद्र राय, ललन भगत, रंजीत कुमार, महेश्वर प्रसाद सिंह, संजय कुमार, जिला सचिव डॉ पवन कुमार, अमरेंद्र कुमार सहित कई शिक्षक शामिल थे.