मुजफ्फरपुर : माता-पिता रोज सुबह बच्चों का बॉडी चेक करे. यदि बच्चे को बुखार लगे तो उसे नजदीकी अस्पताल ले जाये. यह जरूरी नहीं कि बच्चे को एक्यूट इंसेफ्लाइटिस सिंड्रोम ही हो, लेकिन बचाव के लिए यह जरूरी है. यह बातें डीएम अनुपम कुमार ने कही.
वे प्रभात खबर की ओर से सोमवार को मीनापुर के आदर्श राजकीय मध्य विद्यालय में आयोजित एइएस जागरूकता कार्यक्रम को संबोघित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि कुपोषित बच्चों के लिए आंगनबाड़ी सेंटरों पर पोषाहार की व्यवस्था है. ऐसा कोई बच्च हो तो उसके माता-पिता उस केंद्र पर ले जाये. उन्होंने कहा, आप लोग संकल्प तखसे इस प्रखंड को बीमारी से बचा ले, बहुत बड़ी उपलब्धि होगी.
बचाव की जानकारी लेने जुटे एक हजार लोग. एइएस से बचाव की जानकारी के लिए प्रभात खबर की ओर से चलाया गया अभियान घरों तक पहुंचा. अभियान के चौथे पड़ाव में जानकारी के लिए जुटे एक हजार लोग इस बात का सबूत था कि लोग जागरूक हो रहे हैं. समाज के हर वर्ग के लोगों ने बीमारी की भयवहता समझते हुए अपनी जागरू कता का परिचय दिया. कार्यक्रम का संचालन करते हुए शिवचंद्र प्रसाद ने कहा कि आज ऐसा महसूस हो रहा है कि समाज जाग गया है. उन्होंने कहा कि प्रभात खबर के अभियान का असर दिख रहा है कि लोग बचाव की जानकारी के लिए जुटे हैं. कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए प्रो लक्ष्मीकांत ने कहा कि हम सभी विशेषज्ञों की राय के अनुसार चले तो बीमारी कभी नहीं हमारे बच्चों को शिकार बनायेगी. खुशी की बात यह है कि मीनापुर की जनता जागरूक हो गयी है.