मुजफ्फरपुर: सभी प्रखंडों में अवैध वेतन भुगतान की आशंका प्रबल हो गयी है. शिक्षा विभाग ने सभी प्रखंडों में वेतन भुगतान की जांच कराने का फैसला लिया है. यह फैसला कुढ़नी में 29 शिक्षकों को हुए अवैध भुगतान को देखते हुए लिया गया है. यहां शिक्षकों को 50 लाख रुपये से अधिक का भुगतान कर दिया गया था. जिला कार्यक्रम पदाधिकारी स्थापना अब्दुस सलाम अंसारी ने बताया कि सभी प्रखंडों में वेतन निर्धारण कर भुगतान की जांच किया जाना आवश्यक है.
वेतन निर्धारण में गड़बड़ी की आशंका प्रबल हो गयी है. कुढ़नी में हुए वेतन घोटाले की जांच के बाद कुढ़नी के डीडीओ पर निलंबन की कार्रवाई हुई. जांच पदाधिकारी मुसहरी बीइओ अशोक कुमार ठाकुर की रिपोर्ट पर डीडीओ को फिर निलंबन मुक्त भी कर दिया गया. फिलहाल इन्हें विभागीय कार्रवाई के अधीन रखा गया है. इसके बाद विभाग ने विभागीय कार्रवाई की रिपोर्ट शिक्षा विभाग के निदेशक को अंतिम कार्रवाई के लिए भेज दिया गया है. वहीं एक शिक्षिका सीमा कुमारी ने अवैध रूप से मिली राशि जमा कर दी.
विभाग ने 25 अगस्त तक इन शिक्षकों को राशि जमा करने का निर्देश दिया. हालांकि भुगतान का समय सीमा बीत रहा है. अब विभाग इनके वेतनमान से 2/3 भाग राशि कटौती करने का फैसला भी कर चुका है.
अब शिक्षा विभाग ने कुढ़नी में हुए वेतन घोटाले से सबक लेते हुए सभी प्रखंडों में भुगतान के मापदंडों की समीक्षा करने का फैसला लिया है. विभाग का कहना है कि इन प्रखंडों में भी अप्रशिक्षित शिक्षकों को भुगतान, जूनियर को सीनियर बना कर भुगतान की कलई खुल सकती है.