मुजफ्फरपुर: पंचायत सशक्तीकरण अभियान का उद्देश्य सशक्त पंचायती राज के लिए पंचायतों के आधारभूत संरचना को विकसित करना है. बेहतर नेटवर्किग के माध्यम से सरकारी योजनाओं का शत-प्रतिशत लाभ लोगों तक पहुंचाया जा सकता है. जनप्रतिनिधियों के सहयोग से स्वच्छ व सुंदर एवं सुदृढ़ गांव पंचायत का निर्माण किया जायेगा. उक्त बातें डीएम अनुपम कुमार ने कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित एक दिवसीय राजीव गांधी पंचायत सशक्तीकरण कार्यशाला को संबोधित करते हुए कही.
कार्यशाला में प्रमंडल के सभी छह जिलों के उपविकास आयुक्त, पंचायत पदाधिकारी व पंचायत प्रतिनिधि के साथ अन्य अधिकारी मौजूद थे. डीएम ने पंचायत चुनाव में पारदर्शिता, स्वच्छता एवं पंचायत प्रतिनिधियों के क्षमता बर्धन के लिए चलाये जा रहे प्रशिक्षण कार्यक्रम की चर्चा की. उन्होंने बताया कि त्रिस्तरीय पंचायत प्रतिनिधियों की जिम्मेवारी में लगातार वृद्धि हो रही है. इन चुनौतियों पर खरा उतरने के लिए हर स्तर पर तैयारी होनी चाहिए. परिचर्चा के लिए चार ग्रुप में बंटी टीम ने पंचायत को सशक्त बनाने के लिए अपने विचार रखे.
बढ़ेंगे रोजगार, विकास में आयेगी तेजी : कार्यशाला में केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना राजीव गांधी पंचायत सशक्तीकरण अभियान के सूबे में लागू होने से मिलने वाले लाभ का विस्तृत रूप से चर्चा की गयी. बताया गया कि इस योजना से रोजगार के साथ तेजी के साथ विकास होगा. योजना के तहत प्रत्येक पंचायत में भवन का निर्माण, पुराने पंचायत भवनों के जीर्णोद्धार के लिए राशि दी जायेगी. इसके अलावा पंचायतों में पेयजल, बिजली की व्यवस्था होगी. पंचायत चुनाव में दागी उम्मीदवार को हरा कर अच्छे लोगों को चुनने के लिए लोगों तो जागरूक करने की बात कही गयी. कार्यशाला में उपविकास आयुक्त प्रणव कुमार, जिला पंचायती पदाधिकारी शाहिद परवेज सहित अन्य पदाधिकारी मौजूद थे.