मुजफ्फरपुर: परीक्षा हॉल के समीप गांधी के चाय दुकान पर चारों अपराधी छात्र नेता की हत्या के लिए घात लगाये हुए थे. सामने से शमीम खान को बाइक से आते देख चारों ने उसे चाय दुकान से निकल कर घेर लिया. बिना कुछ बोले उसके कनपटी में गोली मार कर पैदल ही फरार हो गये. वही तीन साल का आमिर मौके पर ही रो रहा था, तो उसके दादा उसे लेकर घर आये.
दिनदहाड़े हत्या देख चाय दुकान दार समेत आसपास के सभी दुकानदार दुकान बंद कर फरार हो गये. आसपास का कोई भी कुछ बोलने का तैयार नहीं था. परीक्षा हॉल से परीक्षा देकर निकली एक युवती का कहना था कि चार लोग लंबा हथियार लेकर पैदल ही सामाजिक विज्ञान भवन की ओर जाते दिखे है. इधर, हत्या से आक्रोशित छात्रों ने गांधी की चाय दुकान को पुलिस की मौजूदगी में आग के हवाले कर दिया. छात्रों का कहना था कि अक्सर चाय दुकान के पास अपराधी तत्व जमा रहते है, लेकिन विवि थाना कोई कार्रवाई नहीं करती है. अगर पुलिस मुस्तैद रहती तो हत्यारे भागने में सफल नहीं होते.
आरपीएफ इंस्पेक्टर का है भाई
तीन भाई में मंझला शमीम खान अपने मां-बाप के साथ विवि कैंपस में रहता था. उसका बड़ा भाई एमके खान बनारस में आरपीएफ में इंस्पेक्टर के पद पर कार्यरत है. वही छोटा भाई नसीम खान दिल्ली में निजी कंपनी में कार्यरत है. बेटे की हत्या के बाद उसके पिता कुछ भी बोलने की स्थिति में नहीं थे. भाई के हत्या की सूचना मिलने पर दोनों भाई मुजफ्फरपुर के लिए रवाना हो चुके थे.
पुलिस बनी रही मूकदर्शक
आक्रोशित छात्र सैकड़ों पुलिस की मौजूदगी में चाय व गुमटी दुकान में आग लगा दी. छात्रों के तेवर देख पुलिस पदाधिकारी बोलने को तैयार नहीं था.