उसके पास से एक परची भी मिली थी, जिस पर कई लोगों से लेन-देन का जिक्र है. पुलिस का कहना है कि कॉल डिटेल से ही स्पष्ट हो पायेगा कि उसकी गाड़ी में कौन-कौन लोग थे. दो लोगों के भागने की जानकारी मिली है, जिसकी खोज की जा रही है. घटना के पूर्व उसकी किन-किन लोगों की बातचीत हुई है. उसे फोन कर दुबारा क्यों बुलाया गया था. इस डिटेल आने पर ही पता चल पायेगा.
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रामप्रवेश के मोबाइल में कई सफेदपोश के नंबर
मुजफ्फरपुर: शातिर रामप्रवेश के मोबाइल से पुलिस को कई सफेदपोश के मोबाइल नंबर मिले है. उसके दोनों मोबाइल में कई चर्चित पुलिस पदाधिकारियों के साथ राजनेता, अपराधियों के मोबाइल नंबर भी है. हालांकि पुलिस उसका खुलासा करने से परहेज कर रही है. पुलिस ने रामप्रवेश के पास से दो मोबाइल व चालक के पास से […]
मुजफ्फरपुर: शातिर रामप्रवेश के मोबाइल से पुलिस को कई सफेदपोश के मोबाइल नंबर मिले है. उसके दोनों मोबाइल में कई चर्चित पुलिस पदाधिकारियों के साथ राजनेता, अपराधियों के मोबाइल नंबर भी है. हालांकि पुलिस उसका खुलासा करने से परहेज कर रही है. पुलिस ने रामप्रवेश के पास से दो मोबाइल व चालक के पास से भी एक मोबाइल जब्त की थी.
मोतिहारी जेल से जुड़ा है तार
रामप्रवेश की हत्या के तार मोतिहारी जेल से जुड़ा है. यह भी चर्चा है कि उसकी हत्या करने मोतिहारी जिले से ही अपराधी आये थे. रामप्रवेश ने कई ऐसे अपराधियों को पुलिस के हाथों पकड़वाया था, जो फिलहाल जेल में है. उसकी हत्या की साजिश जेल से ही रचे जाने की बात कहीं जा रही है. पुलिस का कहना है कि अनुसंधान के क्रम में सारी बातें सामने आ जायेंगी.
सिटी एसपी ने की समीक्षा
सिटी एसपी राजेंद्र कुमार भील बुधवार को मिठनपुरा थाने पहुंच कर रामप्रवेश हत्याकांड की समीक्षा की. इस दौरान थानाध्यक्ष से हर बिंदु पर की गयी जांच की प्रगति रिपोर्ट ली. मोबाइल के कॉल डिटेल का सुराग नहीं मिल पाया है. उन्होंने कहा कि नर्तकी काजल से पुलिस टीम पूछताछ करेगी. उसकी संलिप्तता की बिंदु पर जांच की जा रही है.
हत्या में शामिल से इनकार
राम प्रवेश हत्याकांड में शामिल होने से आजाद हिंद संगठन के मोतिहारी प्रभारी मनोज सिंह से इनकार किया है. मनोज का कहना था कि उसकी इस कांड में कोई संलिप्तता नहीं है. उसकी लड़ाई नक्सलियों से है. इस घटना से संगठन का कोई लेना-देना नहीं है.
घात लगा कर बैठे थे अपराधी
रामप्रवेश को अपने हत्या का अंदेशा पहले ही हो चुका था. हालांकि वह आने-जाने में अक्सर सावधानी बरतता था.अपने दुश्मनों से बचाने के लिए अक्सर अलग-अलग गाड़ी पर सफर करता था़ सोमवार को भी वह गाड़ी बदल कर काजल के पास पहुंचा था. लेकिन उसकी मौत पहले से ही उसका इंतजार कर रही थी. उसके हत्यारे पूर्व से ही घात लगा कर बैठे थे. उन्हें पता था कि सुबह में गेहूं देकर लौटा रामप्रवेश शाम को फिर से उससे मिलने आयेगा. हत्या में शामिल अपराधियों को पूरे दिन का मौका मिल गया था. उसकी गाड़ी आते ही उसे खींच कर बाहर निकाला गया था. लगातार पांच गोलियां मारने के बाद अपराधी फरार हो गये थे.
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