सीतामढ़ी: आरटीपीएस (सेवा का अधिकार अधिनियम) में सीतामढ़ी में अच्छा काम हुआ है. आप (सीतामढ़ी डीएम) हमें इस बात को लेकर कुछ सुझाव दें. कैसे हम लोग 15 की जगह सात दिन में काम कर सकते हैं. अगर आरटीपीएस में काम की समयसीमा सात दिन हो जायेगी तो आवेदन करनेवालों को काफी राहत होगी.
सेवा यात्रा के क्रम में सीतामढ़ी पहुंचे सीएम ने यह बातें आरटीपीएस काउंटर के निरीक्षण के दौरान कहीं. वह सीतामढ़ी डीएम के काम-काज के तरीकों से खुश थे. मुख्यमंत्री ने कहा, अभी आरटीपीएस के लिए आवेदन की प्रक्रिया जटिल है. इसे भी सरल किये जाने की जरूरत है. आरटीपीएस काउंटर पर मुख्यमंत्री काफी समय तक रहे. इसके बाद वह नानपुर के लिए रवाना हो गये. नानपुर में सीएम ने बदीउज्जमा खान इंस्टीटय़ूट ऑफ पॉलिटेक्निक कॉलेज का शिलान्यास किया. इस मौके पर आयोजित सभा में उन्होंने कहा, बिहार का इतिहास गौरवशाली रहा है. हम इतिहास को दुहरायेंगे. यह हमें विश्वास है. जानीपुर पंचायत में हुई इस सभा में सीएम ने कहा, इस पंचायत के लोगों ने स्वतंत्रता संग्राम में भाग लिया था.
बिहार के विकास में भी यहां के लोगों का योगदान बेहतर होना चाहिए. पॉलिटेक्निक कॉलेज के उद्घाटन के बाद मुख्यमंत्री ने पुपरी में आरएन फिश हेचरी का उद्घाटन किया. इस मौके पर सीएम ने कहा, प्रदेश में जिस तरह से मछली पालन के क्षेत्र में काम हो रहा है. कुछ ही समय में हम लोग जरूरत से ज्यादा मत्स्य उत्पादन करने लगेंगे. सीएम ने कहा, किसानों के पास अच्छा मौका है. वह खेती के साथ मछनी पालन में भी हाथ आजमा सकते हैं, क्योंकि सरकार की ओर से इस क्षेत्र में भी कई योजनाएं चल रही हैं, जिनमें मछली पालकों को अनुदान दिया जा रहा है. मुख्यमंत्री ने कहा, हमारी सरकार प्रदेश के विकास को लेकर सजग है. इसी का नतीजा है, चाहे सड़क हो या फिर कोई अन्य क्षेत्र हर जगह पर बदलाव दिख रहा है. हेचरी के उद्घाटन के बाद मुख्यमंत्री वापस परिसदन लौटे.
लगभग साढ़े चार बजे दिन में सीएम परिसदन से मेहसौल के मदरसा रहमानिया के लिए रवाना हुए. यहां उन्होंने मदरसा का निरीक्षण किया. इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा, हमें मदरसा में सबसे अच्छी बात यह लग रही है कि यहां पर लड़कों से ज्यादा लड़कियां तालीम ले रही हैं. अगर ऐसा ही रहा तो वह दिन दूर नहीं जब शिक्षा में भी लड़कियों की संख्या लड़कों के बराबर होगी. मुख्यमंत्री ने मदरसा के बच्चों से बात की. उन्होंने कंप्यूटर कक्ष, पुस्तकालय, सिलाई-कटाई केंद्र को भी देखा. इस दौरान उन्होंने मदरसा प्रबंधन से आवश्यक जानकारी भी ली.
मदरसा के निरीक्षण के बाद मुख्यमंत्री का काफिला पंचपाकड़ के लिए रवाना हो गया. यहां उन्होंने रामायण कालीन मां सीता से जुड़े मंदिर में दर्शन किया. इस दौरान सीएम ने मंदिर के विकास को लेकर जानकारी ली. मुख्यमंत्री यहां कुछ समय तक रुके. इसके बाद वह वापस सीतामढ़ी के लिए रवाना हो गये. सीएम का शाम का भोजन सांसद अजरुन राय के आवास पर हुआ. सांसद के यहां से भोजन के बाद मुख्यमंत्री वापस रात्रि विश्रम के लिए सर्किट हाउस पहुंचे. गुरुवार को जब सीएम सेवा यात्र के लिए सीतामढ़ी पहुंचे थे, तब उन्होंने पर्यटन मंत्री सुनील कुमार पिंटू के आवास पर शाम का भोजन किया था.