मुजफ्फरपुर: जिले में एक ऐसे भी शिक्षक हैं, जो शिष्य के प्रति अपने कर्तव्य से भटक गये हैं. हम बात कर रहे हैं जिले के पारू प्रखंड में राजकीय बुनियादी विद्यालय कमलपुरा के शिक्षक प्रकाश कुमार की. इन्हें बच्चों को पढ़ाने से कोई मतलब नहीं है. रोचक बात यह है कि शिक्षक प्रकाश कुमार विद्यालय में भी कुछ नहीं बोलते. दिन भर वे सिर्फ गायत्री मंत्र लिखा करते हैं. जब इस बारे में विद्यालय की प्रधानाध्यापिका ने शिक्षक से सवाल किया तो उनका जवाब काफी चौंकाने वाला था.
शिक्षक ने बताया कि वे गायत्री परिवार के ट्रस्ट से जुड़े हैं. शैक्षणिक कार्य से ज्यादा जरूरी गायत्री मंत्र लिखना है. आरडीडीई की ओर से शिक्षक के खिलाफ दिये गये जांच आदेश के बाद सारा मामला सामने आया है. इस आरोप के साथ ही विद्यालय की प्राचार्या के साथ अभद्र व्यवहार करने के आरोप में पूर्व आरडीडीई श्री राम सिंह ने शिक्षक प्रकाश कुमार को निलंबित करते हुए विभागीय कार्रवाई का आदेश दे दिया है. निलंबन अवधि में शिक्षक का मुख्यालय राजकीय बुनियादी विद्यालय पियर निर्धारित किया गया है.
गुरुजी के बदले पढ़ाता है बेटा
राजकीय बुनियादी विद्यालय के शिक्षक प्रकाश सिंह सारे नियम कानून को तोड़ कर मनमानी पर उतर आये थे. जांच रिपोर्ट के अनुसार विद्यालय में वे अपने बेटा को साथ लेकर जाते थे. खुद दिन भर वे बैठते थे. वहीं उनकी जगह उनका बेटा बच्चों को कक्षा में पढ़ाया करता था. बता दें कि डीपीओ स्थापना, प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी व प्रधानाध्यापिका द्वारा जांच प्रतिवेदन दिये जाने के बाद कार्रवाई शुरू की गयी है.
मेडिकल जांच में पकड़े गये गुरुजी
जांच प्रक्रिया शुरू होने के दौरान बुनियादी विद्यालय के शिक्षक ने बीमार होने का नाटक किया. डीपीओ स्थापना ने जब उन पर लगे आरोपों के बारे में पूछा तो वे कुछ नहीं बोल पा रहे थे. इसके बाद बीमार होने की संभावना पर मेडिकल बोर्ड ने गुरु जी की जांच की. इसमें टीम ने रिपोर्ट दी कि शिक्षक किसी बीमारी से ग्रसित नहीं हैं. वे बिल्कुल फिट है.