मुजफ्फरपुर: एसडीओ कार्यालय कैंपस में शनिवार को इमामगंज मोहल्ले के मो इस्लाम को धारा 107 के तहत हुई कार्रवाई मामले में गवाही देने से रोका गया. यहीं नहीं, उनके साथ मारपीट करने पर विवाद गहरा गया. दर्जनों लोगों के हुजूम ने धमकी देने पर जदयू नेता मो सोहेल सिद्धिकी व मो साहिल को एसडीओ कार्यालय से खदेड़ दिया.
लोगों के आक्रोश को देख दोनों भाइयों ने डीआइजी कार्यालय में छिप कर जान बचायी. डीआइजी अजय कुमार मिश्र के निर्देश पर एएसपी मुख्यालय राजीव रंजन मौके पर पहुंचे. नगर थाने के सहयोग से दोनों भाइयों को थाने लाया गया. दोनों पर कार्रवाई को लेकर लोगों ने बनारस बैंक चौक को जाम कर दिया. देर शाम मो सोहेल सिद्धिकी को जेल भेज दिया गया है, जबकि मो साहिल को थाने पर हिरासत में रखा गया है.
31 को हुआ था बवाल
31 अगस्त को इमामगंज मोहल्ले में अतिक्रमण हटाने के दौरान जम कर बवाल हुआ था. इसमें शिवनाथ केसरी की दुकान तोड़ दी गयी थी. दुकान तोड़ने पर विवाद बढ़ गया था. रोड़ेबाजी की घटना में दर्जनों लोग जख्मी हो गये थे. डीएम अनुपम कुमार व एसएसपी जितेंद्र राणा के मौके पर पहुंचने के बाद मामला शांत हो पाया था. इस मामले में दोनों पक्ष के दर्जनों लोगों पर धारा 107 की कार्रवाई नगर पुलिस ने की थी. इसी मामले में शनिवार को एसडीओ कार्यालय में इमामगंज के दर्जनों लोग गवाही के लिए जुटे थे. दोपहर बारह बजे के आसपास मो सोहेल सिद्धिकी अपने कुछ लोगों के साथ एसडीओ कार्यालय पहुंचा. उसने एसडीओ कार्यालय कैंपस के अंदर से मो इस्लाम को बाहर बुला कर गवाही देने से रोका. मो इस्लाम ने जब इसका विरोध किया तो उसे चांटा मार दिया, जिस पर लोग भड़क गये. इमामगंज मोहल्ले से आये दर्जनों लोग हंगामा करने लगे.
हंगामा होता देख डीआइजी ने एसएसपी को सूचना दी. इसी बीच नगर पुलिस के दारोगा ज्ञान प्रकाश व संजय राम पहुंच गये. आक्रोशित लोग दोनों पुलिस पदाधिकारी की बात सुनने को तैयार नहीं थे.एसएसपी के निर्देश पर एएसपी मुख्यालय पहुंचे.
नगर थाने में दर्ज करायी शिकायत : मो इस्लाम ने नगर थाने में शिकायत दर्ज करायी है. उसका कहना था कि शनिवार को वह कोर्ट कैंपस में था, इसी बीच सोहेल, गुडडू बाइक से आकर धमकी दी. जान से मारने की धमकी देने के बाद उसने मारपीट कर पैंतीस सौ रुपये छीन लिया. इसके पूर्व भी रंगदारी की मांग कर चुका है. इधर, इमामगंज के आमोद कुमार ने भी नगर थाने में प्राथमिकी के लिए आवेदन दिया है.
मुङो फंसाया जा रहा है.
जेल जाने से पूर्व मो सोहेल ने कहा कि उसे जान बूझ कर फंसाया जा रहा है. उस पर व भाई पर जानलेवा हमला किया गया. डीआइजी कार्यालय में छिप कर जान बचायी. वही पुलिस एकतरफा कार्रवाई कर उनलोगों को ही जेल भेज रही है.
बनारस बैंक चौक जाम
मो सोहेल सिद्दिकी व उसके भाई के धमकी देने पर इमामगंज मोहल्ले के लोग आक्रोशित थे. दोनों पर कार्रवाई की मांग को लेकर बनारस बैंक चौक को जाम कर दिया. सड़क पर टायर जला कर लोग उस पर कार्रवाई की मांग कर रहे थे. बिना कार्रवाई के लोग मानने को तैयार नहीं थे. सड़क जाम की सूचना पर एसडीओ पूर्वी सुनील कुमार व नगर डीएसपी अनिल कुमार सिंह, थानाध्यक्ष सुनील शर्मा, नसीम अहमद , मिठनपुरा थानाध्यक्ष किरण कुमार पहुंचे. काफी समझाने व कार्रवाई के आश्वासन के बाद मामला शांत हुआ. दोपहर तीन बजे के आसपास नगर पुलिस ने मो सोहेल सिद्धिकी व उसके भाई को जेल भेज दिया.
गलत नाम होने से लौटा
शिवनाथ केसरी के दर्ज कराये प्राथमिकी में मो सोहेल सिद्धिकी के भाई का गलत नाम होने से वह कोर्ट से वापस लौट गया. शिवनाथ ने प्राथमिकी में उसका नाम मो रिंकू दर्ज करा रखा है, जबकि उसका नाम मो मिंकू है. इधर, नगर पुलिस का कहना है कि मो सोहेल को जेल भेजा गया है. मो साहिल उर्फ मो मिंकू को फिलहाल हिरासत में रखा गया है.