मुजफ्फरपुर : सहकारी समिति का गठन कर कम समय में रुपये दोगुनी करने का झांसा देकर संचालक ने ग्राहकों से करोड़ों रुपये ठगी कर ली. उसने कार्यालय भी बंद कर दिया है. ठगी का शिकार ग्राहकों को जब इसका एहसास हुआ तो उसने निबंधक सहयोग समिति पटना, मुजफ्फरपुर के डीएम, जिला सहकारिता पदाधिकारी सहित अन्य कार्यालयों में इसकी शिकायत दर्ज करायी.
अधिकारियों ने मामले की जांच कई स्तर से करायी. इसमें ग्राहकों ने ठगी जाने संबंधित पूरा दस्तावेज पेश किये. इसके बाद जिला सहकारिता पदाधिकारी डॉ ललन कुमार शर्मा ने प्राथमिकी दर्ज कराने का निर्देश दिया. इसके बाद मुशहरी के सहकारिता प्रसार पदाधिकारी मजीद अंसारी ने सदर थाना में प्राथमिकी दर्ज करायी है. इसमें महुआ संयुक्त दायित्व समूह विकास सहकारी समिति लिमिटेड के संचालक कांटी थाना के दामाेदरपुर निवासी जवाहर साह को आरोपित किया है. उन्होंने बताया कि ग्राहकों से शिकायत मिलने पर सहकारिता प्रसार पदाधिकारी पश्चिमी अंचल संजीव कुमार ठाकुर ने जांच की. इसके बाद बताया है कि समिति अपनी शाखाएं खाेलकर कर्मचारियाें व अभिकर्ताओं के माध्यम से विभिन्न योजनाओं के तहत नियम विरुद्ध गैरकानूनी तरीके से रुपये जमा कराये. मैच्यूरिटी पूरा होने के बाद भी ग्राहकों का भुगतान नहीं किया गया.
पांच जिलों में खोल रखा था कार्यालय
ठगी का शिकार हुए अनिल कुमार चौधरी, मुन्ना कुमार, लक्ष्मण कुमार, विश्वजीत कुमार शर्मा व संजय कुमार सहित दर्जनों ग्राहकों ने जवाहर साह के विरुद्ध निबंधक सहयोग समितियां पटना से शिकायत की. इसके बाद डीसीओ को जांच मिला. मुशहरी के सहकारिता प्रसार पदाधिकारी मजीद अंसारी ने बताया कि जवाहर साह के मुजफ्फरपुर, पटना, सीतामढ़ी, वैशाली व समस्तीपुर जिले में कई जगहों पर सहकारी समिति का गठन कर कार्यालय खोलने की जानकारी मिली. मुजफ्फरपुर में भगवानपुर रेवा रोड, कांटी, बरियारपुर, जीरोमाइल सहित अन्य जगहों पर कार्यालय खोल रखे थे. यहां पर नियम विरुद्ध ग्राहकों से रुपये जमा कराया जाता था. जब ग्राहकों की मैच्यूरिटी पूरी हो गयी तो वह रुपये देने में आनाकानी करने लगा. इसके बाद बिना बताये कार्यालय को बंद कर फरार हो गया. थानेदार मिथिलेश कुमार झा ने बताया कि प्राथमिकी दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी गयी है.
पुलिस जांच के लिए जवाहर साह के भगवानपुर स्थित कार्यालय में गयी थी. लेकिन, कार्यालय के बंद रहने से जांच नहीं हो पायी है.
चार वर्ष में रुपया दोगुना करने का दिया था झांसा
जवाहर साह ग्राहकों से रुपये ठगी करने के लिए तरह-तरह के हथकंडे अपनाता था. ग्राहकों को चार वर्ष में ही जमा राशि का दोगुना करने का झांसा देता था. इसके बाद भोले-भाले ग्राहक जाल में फंस जाते थे. ग्राहक रुपये जमा कराने के बाद बेहतर भविष्य का सपना देखते थे. लेकिन उनके सपनों पर जवाहर साह ने ग्रहण लगा दिया.
ग्राहकों की शिकायत पर मामले की जांच करायी गयी. उसके विरुद्ध मिली शिकायत सही पायी गयी. आरोपित जवाहर साह कार्यालय बंद कर फरार हो गया है. सदर व कांटी थाना में संबंधित सहकारिता प्रसार पदाधिकारी ने प्राथमिकी दर्ज करायी है.
डॉ ललन कुमार शर्मा, जिला सहकारिता पदाधिकारी