मुजफ्फरपुर : उत्तर बिहार के सबसे बड़े अस्पताल में मरीज की बीएचटी गायब होना अहम बात है. बगैर बीएचटी (बेड हेड टिकट) के ही मरीज की इलाज किया जा रहा था. इसी दौरान बुधवार को महिला की मौत हो गयी. मौत के बाद परिजन हंगामा करने लगे. समझा-बुझा कर मामला शांत कराया गया. परिजन अस्पताल से मिलने वाला सरकारी शव वाहन नहीं लिये और निजी वाहन से शव ले गये.
बताया गया कि सदर थाना के रामदयालु गांव के महेंद्र प्रसाद की पत्नी जगतारनी देवी (55) को 31 मई को पेट दर्द की शिकायत पर गंभीर हालत में एसकेएमसीएच के इमरजेंसी में भर्ती कराया गया था. दो दिन पहले से मरीज को बीएचटी गायब था. हालत गंभीर होने पर डॉक्टर से शिकायत की गयी, लेकिन बीएचटी नहीं होने के कारण डॉक्टर निर्देश नहीं दे पाये. बुधवार को मौत होने के बाद परिजन हंगामा करने लगे.