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फर्जीवाड़ा कर सिपाही बने तीन अभ्यर्थी पकड़े गये

मुजफ्फरपुर : बिहार मिलिट्री पुलिस (बीएमपी) में सेटिंग कर नौकरी पाने का सिलसिला रुक नहीं रहा है. बीएमपी-15 व 6 में फर्जीवाड़ा कर नौकरी लेने का मामला सामने आया है. निरीक्षक कैलाश पासवान ने फर्जीवाड़ा कर नौकरी करनेवाले तीन अभ्यर्थियों को पकड़ मिठनपुरा पुलिस के हवाले कर दिया है. मिठनपुरा पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज कर […]

मुजफ्फरपुर : बिहार मिलिट्री पुलिस (बीएमपी) में सेटिंग कर नौकरी पाने का सिलसिला रुक नहीं रहा है. बीएमपी-15 व 6 में फर्जीवाड़ा कर नौकरी लेने का मामला सामने आया है. निरीक्षक कैलाश पासवान ने फर्जीवाड़ा कर नौकरी करनेवाले तीन अभ्यर्थियों को पकड़ मिठनपुरा पुलिस के हवाले कर दिया है. मिठनपुरा पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज कर गिरफ्तार भागलपुर के नाथनगर थाना अंतर्गत फतहपुर के राजवीर, रामचंद्रपुर नवटोलिया गांव निवासी प्रेमसागर और भागलपुर के परिचक टोला निवासी नीरज कुमार से पूछताछ कर रही है. शुक्रवार को इन दोनों को कोर्ट में पेश किया जायेगा.
दस्तावेज जांच के दौरान पकड़ा गया फर्जीवाड़ा : केंद्रीय चयन पर्षद के विज्ञापन संख्या-1/17 के तहत सिपाहियों की भर्ती निकाली गयी थी. बड़ी संख्या में आवेदन आये थे. सभी अभ्यर्थियों को शारीरिक जांच व लिखित परीक्षा से गुजरना पड़ा. परीक्षा में पास हुए सभी अभ्यर्थियों की मेडिकल जांच के बाद उन्हें ट्रेनिंग के लिए भेजा गया. चयनित अभ्यर्थियों का कैंप कार्यालय फिलहाल मालीघाट स्थित बीएमपी-6 ही है. इसी क्रम में कई अभ्यर्थियों के विरुद्ध केंद्रीय सिपाही भर्ती बोर्ड में शिकायत पहुंची.
बोर्ड ने जब जांच की, तो फर्जीवाड़ा सामने आया. दस्तावजों की जांच के बाद फर्जीवाड़ा सामने आया. इसके बाद केंद्रीय सिपाही भर्ती बोर्ड ने जब चयनित अभ्यर्थियों के दस्तावेजों की जांच की, तो पूरे मामले का खुलासा हो गया. अभ्यर्थी राजवीर और प्रेमसागर की लंबाई में अंतर पाया गया. बोर्ड के पास मौजूद डाटा से तीनों अभ्यर्थियों की लंबाई में अंतर पाये जाने के बाद दस्तावेजों की गहन जांच हुई. इसके अतिरिक्त दोनों अभ्यर्थियों का चेहरा शारीरिक जांच-माप परीक्षण के दौरान अभ्यर्थी के लिये फोटो से भी भिन्न पाया गया. इसके बाद इन्हें हिरासत में ले लिया गया. बीएमपी 6 के नीरज लिखित परीक्षा में खुद बैठा था, लेकिन शारीरिक दक्षता परीक्षा में उसने सेटर का सहारा लिया था.
विभाग में जमा डाटा में दोनों परीक्षा में उपस्थित व्यक्ति के चेहरे की तसवीर में अंतर पाया गया, वही अंगुठे का निशान का भी मिलान नहीं हुआ. अज्ञात सेटर के विरुद्ध दर्ज हुई प्राथमिकी : छानबीन के दौरान यह बात सामने आयी कि दोनों अभ्यर्थियों ने नौकरी के लिए सेटरों का सहारा लिया था. इसके बाद बीएमपी-15 के निरीक्षक कैलास पासवान ने अभ्यर्थी राजवीर और प्रेमसागर के साथ ही दो अज्ञात सेटरों के विरुद्ध मिठनपुरा थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी. पुलिस सेटरों के संबंध में जानकारी हासिल करने के लिए गिरफ्तार अभ्यर्थियों से पूछताछ कर रही है.

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