मुजफ्फरपुर: लंगट सिंह कॉलेज के सौ वर्ष के इतिहास व सफरनामा (1899-2000) को एक किताब में संजोया जायेगा. इसके लिए एक टीम तैयार की गयी है. गुरुवार को कॉलेज में प्राचार्य एएन यादव ने प्रेस वार्ता के दौरान यह जानकारी दी. वहीं बताया गया कि यूजीसी के 2014 प्लान के तहत माइनर रिसर्च प्रोजेक्ट के लिए 14 प्रोफेसर का चयन किया गया है. कॉलेज की ओर से भेजी गयी सूची में 95 प्रतिशत प्रोफेसर का चयन होना बड़ी बात है.
एलएस कॉलेज नैक के तहत ग्रेड ए की श्रेणी में लाने के लिए भी प्रयास किया जा रहा है. इसके साथ कॉलेज के इतिहास को जुटाने के लिए टीम में इतिहास के प्रोफेसर डॉ अशोक अंशुमन, शोधार्थी संजीव कुमार, रत्नेश कुमार, नीरज कुमार, विक्रम कुमार, नम्रता कुमारी व सन्नी कुमार को शामिल किया गया है.
बताया गया कि यह टीम एलएस कॉलेज के इतिहास को जुटाने के लिए बिहार अभिलेखागार व कोलकाता के अंतरराष्ट्रीय पुस्तकालय जायेगी. सभी जानकारियों को एक जगह एकत्रित करने के बाद लोगों से बातचीत कर राय ली जायेगी.
प्रेस वार्ता के दौरान प्राचार्य श्री यादव ने बताया कि अलग-अलग वर्गो में 70 से अधिक उम्र पार कर चुके 100 से अधिक लोगों से बातचीत की जायेगी. इन सभी विषयों पर शोध के बाद कॉलेज की किताब तैयार की जायेगी. प्राचार्य ने बताया कि माइनर रिसर्च प्रोजेक्ट के लिए यूजीसी की ओर से 40 लाख 20 हजार रुपये उपलब्ध कराये गये हैं.