जानकारी के मुताबिक 33 हजार लाइन में फॉल्ट आ जाने के कारण भीखनपुर ग्रिड से जुड़े खबरा, कुढ़नी, माड़ीपुर एवं भगवानपुर फीडर ब्रेक डाउन में फंस गया. यही हाल एसकेएमसीएच ग्रिड से जुड़े मेडिकल पावर स्टेशन का था. इससे जुड़े जीरोमाइल, बोचहां फीडर की बिजली आपूर्ति भी दोपहर तक ठप रही. जानकारी के अनुसार भीखनपुर एवं भगवानपुर के बीच तार पर शीशम के पेड़ गिरने से खबरा फीडर की आपूर्ति ठप हो गया. तार ठीक करने के बाद दोपहर एक बजे खबरा फीडर की बिजली चालू किया गया.
वहीं एमआइटी कॉलेज के निकट भी पेड़ के तार पर गिर जाने से एमआइटी से जुड़े ब्रह्नापुरा एवं बैरिया इलाके की बत्ती शाम तक गुल रही. देर रात मरम्मत के बाद एमआइटी फीडर से आपूर्ति सुचारु हो सका. सिकंदरपुर पावर स्टेशन से जुड़े इलाके में फॉल्ट रहने के कारण दोपहर तक बिजली का आवाजाही लगा हुआ था.
मोतीपुर व आइडीपीएल फीडर भी दोपहर तक ब्रेक डाउन में फंसे हुए थे. बिजली आपूर्ति बेपटरी होने कारण शॉट सर्किट बना. सबसे बुरा हाल भगवानपुर पावर स्टेशन से निकले 11 केवीए लाइन का था. खरौना में 11 केवीए लाइन में बड़ा फॉल्ट होने के कारण पावर चार्ज करने के साथ ट्रीप कर जा रहा था. यह स्थिति देर शाम थी. माड़ीपुर इलाके में भी दोपहर तक बिजली संकट बना हुआ था.
पावर स्टेशन ने खड़ा किया हाथ
11केवीए लाइन में खराबी आने के कारण पावर स्टेशन ने ग्रिड से बिजली लेने से हाथ खड़ा कर दिया. स्थिति यह थी कि जिले को दिन में 90 मेगावाट तक बिजली मिल रही थी. लेकिन खपत 40 मेगावाट से कम था. ग्रिड के अधिकारियों के अनुसार यह हाल विगत सात दनों से है. ट्रांसमिशन लाइन के दुरुस्त नहीं रहने के कारण फुल लोड बिजली रहने के बाद भी पावर स्टेश्न को आपूर्ति नहीं हो पाती है.
ट्री कटिंग के लिए बंद रहेगी बिजली
सिकंदरपुर पावर स्टेशन के इलाके में हाई टेशन तार पर झुके पेड़ एवं डाल के कटाई छंटाई के लिए दिन के 11 बजे से तीन बजे तक आपूर्ति बंद रहेगी. बता दें कि बारिश के दौरान बार-बार बिजली ठप होने के पीछे ट्री कटिंग समय पर नहीं होना है. नियमानुसार बरसात पूर्व हर हाल में पेड़-पौधे के डाल की कटाई-छंटाई होनी चाहिए.