मुजफ्फरपुर : देश में कैशलेस का नारा देकर नयी शुरुआत करने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्वाचन क्षेत्र यूपी के वाराणसी से ज्यादा मुजफ्फरपुर के युवा मोबाइल व इंटरनेट का इस्तेमाल करते हैं. 14 से 18 वर्ष के छात्रों पर कराये गये सर्वे की रिपोर्ट में उत्तर बिहार की सांस्कृतिक राजधानी मुजफ्फरपुर के 84.2 प्रतिशत छात्रों ने मोबाइल यूज करने की बात कही, जबकि वाराणसी में यह आंकड़ा 73.5 प्रतिशत ही है. बैंकिंग के मामले में जिले के 17 प्रतिशत छात्र एटीएम का उपयोग करते हैं,
जबकि वाराणसी में यह आंकड़ा 11.3 प्रतिशत है.
शिक्षा के क्षेत्र में बेहतरी के लिए काम करने वाली संस्था असर (एनुअल स्टेटस ऑफ एजुकेशन रिपोर्ट) ने ‘बियांड बेसिक्स’ नाम से रिपोर्ट जारी की है. इसमें 24 राज्यों से 28 जिलों को शामिल किया गया है. 14 से 18 वर्ष के छात्र-छात्राओं पर शिक्षा के साथ ही एक्टिविटी व अवेयरनेस के मामले में सर्वे कराया गया. सर्वे में बिहार से मुजफ्फरपुर को शामिल किया गया है, जबकि यूपी से वाराणसी व बिजनौर में सर्वे हुआ है.
मोबाइल-इंटरनेट यूज
सर्वे के अनुसार, मुजफ्फरपुर के 26.3 प्रतिशत छात्र इंटरनेट यूज करते हैं, जबकि वाराणसी में यह आंकड़ा महज 23 प्रतिशत ही है. इसी तरह इंटरनेट बैंकिंग करनेवाले छात्रों की संख्या मुजफ्फरपुर में 5.4 प्रतिशत मिली, तो वाराणसी में 3.3 प्रतिशत छात्रों ने ही बताया कि वे इंटरनेट बैंकिंग की सुविधा लेते हैं.
असर की रिपोर्ट 2017
पीएम के निर्वाचन क्षेत्र के युवा एटीएम के उपयोग में भी हैं पीछे
उत्तर बिहार की सांस्कृतिक राजधानी में 84.2% छात्र चलाते हैं मोबाइल
4 से 18 वर्ष के छात्रों का कौशल जांचने के लिए कराया गया था सर्वे
एकाउंट खुलवाने में लड़कियां आगे, लेन-देन में पीछे
मुजफ्फरपुर की छात्राएं बैंक एकाउंट खुलवाने में आगे हैं, जबकि बैंक से लेन-देन के मामले में पीछे हैं. सर्वे रिपोर्ट में बताया गया है कि जिले में कुल 80.3 प्रतिशत छात्रों का बैंक एकाउंट है. इनमें 80.1 प्रतिशत छात्र हैं, जबकि 80.5 प्रतिशत छात्राएं. वहीं, केवल 55.4 प्रतिशत ने जमा व निकासी करने की बात कही. इसमें 61.8 प्रतिशत छात्र हैं.
जबकि केवल 49.8 प्रतिशत छात्राएं ही नियमित लेन-देन करने वाली मिलीं.
ये भी रहा खास
72.7% छात्रों ने कभी कंप्यूटर नहीं चलाया
67.5% छात्रों ने इंटरनेट का यूज नहीं किया
69.1% किशोरों का स्कूल में नामांकन आठ साल के बाद हुआ
69.9% छात्र आठ साल के बाद पहली बार स्कूल पहुंचे
68.4% छात्राओं का आठ साल उम्र के बाद हुआ नामांकन
टेक्नोलॉजी दुधारी तलवार है. सही उपयोग पर कई गुना फायदा उठा सकते हैं, लेकिन दुरुपयोग से नुकसान है. 14 से 18 साल के छात्र मैच्योर्ड नहीं होते. वे नेट पर उपलब्ध जानकारियों पर जल्दी भरोसा कर लेते हैं. इससे तनाव में भी रहते हैं. मोबाइल यूज का तरीका भी सही नहीं है. माता पिता को उन्हें सही तरीका बताना चाहिए.