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कैसे हो पुलिसिंग!दारोगा के 125, सिपाही के 675 पद खाली

मुजफ्फरपुर : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने समीक्षा बैठक में जिले में बढ़ते अपराध पर चिंता जतायी थी. मुजफ्फरपुर में अपराध पर अंकुश के लिए उन्होंने सख्त कदम उठाने को कहा था. दूसरी तरफ जिले में पदाधिकारी और पुलिस बल के 1057 पद खाली होने के साथ ही संसाधनों की कमी से पुलिसिंग में कठिनाई हो […]

मुजफ्फरपुर : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने समीक्षा बैठक में जिले में बढ़ते अपराध पर चिंता जतायी थी. मुजफ्फरपुर में अपराध पर अंकुश के लिए उन्होंने सख्त कदम उठाने को कहा था. दूसरी तरफ जिले में पदाधिकारी और पुलिस बल के 1057 पद खाली होने के साथ ही संसाधनों की कमी से पुलिसिंग में कठिनाई हो रही है. यहीं नहीं, अपराध नियंत्रण में सबसे महत्वपूर्ण पद माने जाने वाले दारोगा के 125 व सिपाही के 675 पद खाली हैं. इससे अपराध नियंत्रण के अभियान को झटका लग रहा है. हालांकि एसएसपी का दावा है कि शराबबंदी अभियान से लेकर अपराध नियंत्रण के साथ-साथ लंबित कांडों, कुर्की व वारंट के निष्पादन का ग्राफ बढ़ा है. पूर्व के वर्षों की तुलना में हाल दो वर्षों में प्रतिवेदित कांडों की संख्या में काफी कमी का दावा किया गया है.

अप्रैल 2016 में एसएसपी विवेक कुमार की तैनाती जिले में हुई थी. उस समय जिले में 8880 केस निष्पादन के लिए लंबित था. इसके साथ ही
कुर्की, वारंट निष्पादन का भी मामला था. उन्होंने रणनीति बनायी और लगातार विशेष समकालीन अभियान चलाकर कुर्की, वारंट व फरार अपराधियों की गिरफ्तारी करायी. वहीं लंबित कांडों का भी निष्पादन कराया.अब जिले में मात्र 6712 केस का निष्पादन के लिए लंबित है.
आंकड़ों के अनुसार शराब बरामदगी और इससे जुड़े कारोबारी के साथ ही पियक्कड़ों की गिरफ्तारी में जिला अव्वल रहा. पिछले साल अपराधियों ने रंगदारी के लिए कुल आठ लोगों का अपहरण किया. अपहृत अर्जुन कुमार (काजीमुहम्मदपुर), अशोक कुमार व अमलेश कुमार (अहियापुर), संदीप कुमार व स्कूली छात्र कृषराज (कांटी), ओम अंकुर प्रजापति (बोचहां), सोनू कुमार व बब्लू कुमार (मीनापुर) के मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए पुलिस 24घंटे के अंदर सभी को मुक्त कराया.
इन वारदातों में शामिल 18 आरोपितों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. सभी अपराधियों को सजा दिलाने के लिए स्पीडी ट्रायल जारी है.
पुलिस कार्यबल की स्थिति
पद स्वीकृत पद कार्यरत
पुलिस उपाधीक्षक 5 4
परिचारी प्रवर 3 1
सूबेदार 10 2
पुलिस निरीक्षक 32 26
प्रा.अ.नि 49 27
दारोगा 304 179
एएसआई 224 206
हवलदार 326 141
सिपाही 1809 1134
अनुचर 23 18
विषम स्थितियों में अपराध नियंत्रण के लिए जूझ रही पुलिस
सक्रियता व उचित निर्देशन से अपराध नियंत्रण का दावा
पूर्व की अपेक्षा वर्तमान दो वर्षों में अापराधिक वारदातों में कमी
आंकड़ों के अनुसार 50 फीसदी से अधिक लंबित कांडों, वारंट, कुर्की का हुआ निष्पादन
अपराध नियंत्रण के लिए विशेष रणनीति तैयार कर कठाेर कदम उठाये गये हैं. सभी थानेदारों को लंबित कांड, वारंट और कुर्की सहित अन्य आवश्यक कार्यों के निष्पादन का कड़ा निर्देश दिया गया है. विशेष अभियान चलाकर वारंटियों और फरार अपराधियों की गिरफ्तारी की गयी है.
विवेक कुमार, एसएसपी, मुजफ्फरपुर
2812 पद के विरुद्ध कार्यरत हैं मात्र 1755 पुलिसकर्मी
प्रतिवेदित कांडों में आयी कमी
वर्ष हत्या डकैती लूट गृहभेदन चोरी अपहरण फिरौती दहेज हत्या दुष्कर्म रंगदारी दहेज
अपहरण अधिनियम
2013 208 61 113 292 798 378 4 74 46 100 132
2014 188 27 135 281 785 444 2 67 44 78 178
2015 131 30 124 332 678 273 2 53 36 49 190
2016 134 24 102 337 656 389 0 45 29 37 125
2017 140 11 103 304 669 496 8 59 43 27 118
लंबित कांड के निष्पादन की पांच वर्षों की स्थिति
वर्ष एसआर नन एसआर कुल
2013 7014 2068 9082
2014 6267 3956 10213
2015 6758 7815 14573
2016 5396 3484 8880
2017 4567 2145 6712
पांच वर्षों में सबसे अधिक गिरफ्तारी 2016 व 2017 मेें
वर्ष गिरफ्तारी जेल
2013 3580 2657
2014 5375 3660
2015 3170 2903
2016 14060 4361
2017 16631 5381

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