मुजफ्फरपुर : शहर में डॉक्टर्स मंडी के रूप में पहचान रखने वाले जूरन छपरा में ट्रैफिक सिस्टम फेल है. जाम की जद में पूरा जूरन छपरा इलाका रहता है. सुबह 10 बजे से लेकर रात आठ बजे तक जाम लगता रहता है. दोपहर में महेशबाबू चौक से जूरन छपरा चौक तक पहुंचने में गाड़ियों को एक घंटे से ज्यादा का समय लग जाता है, जबकि इसकी दूरी मात्र 500 मीटर है.
जूरन छपरा रोड नंबर एक से ब्रह्मपुरा चौक की दूरी 1़ 3 किमी है, लेकिन जाम की बाधा को पार करने में 30 से 45 मिनट लग जाते हैं. अगर चार पहिया वाहन है तो एक घंटे से भी ज्यादा समय लग जाता है.
रोड नंबर-1, 2, 3, 4 तक सड़क के दोनों ओर एंबुलेंस, डॉक्टर्स की गाड़ी, ठेला व खोमचे जाम के प्रमुख कारण हैं. आम लोगों को परेशानी न हो, इसके लिए न तो प्रशासन कोई उपाय ढूंढ़ रहा है और न डॉक्टर.
एंबुलेंस को निकालने का नहीं हुआ स्पेशल उपाय
जूरन छपरा मेडिकल हब होने के कारण यहां 24 घंटे मरीजों का आना-जाना लगा रहता है. रात में तो यहां ट्रैफिक क्लीयर रहता है, लेकिन पूरे दिन जाम की जद में रहता है. यहां आपात स्थिति में एंबुलेंस के लिए निकलने के लिए ट्रैफिक विभाग की ओर से कोई उपाय नहीं किया गया है. कोई एंबुलेंस जाम में फंस जाता है, तो मरीज की जान पर बन आती है. एक-दो मामलो में जाम में फंस कर मरीज की मौत भी हो गयी है.
जाम के प्रमुख कारण
जूरन छपरा चौक : ट्रैफिक कंट्रोल के लिए आठ की जगह दो जवान, सड़क पर बाइक की पार्किंग, सड़क के दोनों ओर ठेला व खोमचे का अतिक्रमण.
महेश बाबू चौक : ट्रैफिक कंट्रोल के लिए एक जवान, सड़क पर सजा बाजार, पार्किंग की व्यवस्था नहीं, नो रूट में वाहनों का प्रवेश.
नीलकंठ चौक : सड़क पर फल व नाश्ते के ठेला, ट्रैफिक जवान नहीं, सड़क किनारे कार व बाइक पार्किंग.
ब्रह्मपुरा चौक : शहर का प्रमुख चौराहा ट्रैफिक कंट्रोल के लिए दो जवान, जबकि कम से कम चार जवानों की जरूरत. सड़क किनारे ठेला व वाहन पार्किंग कर अतिक्रमण. नो इंट्री में वाहनों का प्रवेश.
जूरन छपरा में जाम के लिए प्रशासन जिम्मेवार है जाम के पीछे. आम लोगों को ट्रैफिक की समझ नहीं है. वहीं जवान को भी पूरे नियमों की जानकारी नहीं हैं.
अनिल कुमार, व्यवसायी
जूरन छपरा में जाम के पीछे कुछ हद तक डॉक्टर व दवा दुकानदार भी जिम्मेवार हैं. ये क्लिनिक व दुकानों पर पार्किंग की व्यवस्था नहीं रखते. इससे सड़क पर गाड़ी लगानी पड़ती है.
देविका रानी, छात्रा
जाम के लिए प्रशासन के साथ-साथ आम लोग भी जिम्मेवार है. जूरन छपरा में जाम के पीछे सड़कों पर वाहनों और अन्य व्यापारियों के द्वारा किया गया अतिक्रमण है.
रूपा देवी, गृहिणी
जूरन छपरा में जाम के लिए प्रशासन के साथ-साथ आम लोग भी जिम्मेदार हैं. गलत रूट में वाहनों का प्रवेश होता है. ट्रैफिक जवान की सुस्ती भी बड़ी वजह है.
वीरेंद्र ठाकुर
जूरन छपरा रोड में पार्किंग की व्यवस्था नहीं होने से दूर-दराज से मरीजों को लेकर आनेवाले वाहनों के सड़क पर लगे रहने जाम लगता है.
शत्रुघ्न कुमार, दवा दुकानदार