Advertisement
बिसरा रिपोर्ट से हुआ खुलासा, रिपोर्ट के बाद जांच में आया मोड़, चूहा मारने की दवा से हुई थी प्रॉपर्टी डीलर की हत्या
मुजफ्फरपुर: सदर थाना के खबरा निवासी प्रोपर्टी डीलर दिलीप ओझा की हत्या शराब में चूहा मारने की दवा मिला कर की गयी थी. यह खुलासा मृतक की बिसरा रिपोर्ट के आधार पर हुआ है. मामले की जांच कर रहे नगर थाना के दारोगा मनोज राम निराला ने बिसरा रिपोर्ट के आधार पर अनुसंधान की गति […]
मुजफ्फरपुर: सदर थाना के खबरा निवासी प्रोपर्टी डीलर दिलीप ओझा की हत्या शराब में चूहा मारने की दवा मिला कर की गयी थी. यह खुलासा मृतक की बिसरा रिपोर्ट के आधार पर हुआ है. मामले की जांच कर रहे नगर थाना के दारोगा मनोज राम निराला ने बिसरा रिपोर्ट के आधार पर अनुसंधान की गति को तेज कर दी है. पुलिस दिलीप ओझा के बिजनेस पार्टनर रहे रणवीर उर्फ गुड्डू, रवि शंकर उर्फ गुलटेन समेत जांच के घेरे में आये चार लोगों से फिर से पूछताछ होगी. उनका अलग- अलग बयान दर्ज किया जायेगा. पुलिस प्रोपर्टी डीलर के गायब होने के बाद 25 मार्च से लेकर तीन अप्रैल के बीच जिन लोगों से बातचीत हुई, उनका ब्यौरा तैयार करने में जुट गयी है.
पुलिस सूत्रों की मानें तो बिसरा रिपोर्ट आने के बाद से इस कांड में नया मोड़ आया है. रिपोर्ट से हत्या की पुष्टि होने के बाद अब पुलिस घटनास्थल के पास जिसका- जिसका मोबाइल का लोकेशन मिला था, सभी से पूछताछ करने की तैयारी की जा रही है.
बता दे कि दिलीप ओझा 25 मार्च को अपने खबरा स्थित आवास से निकले थे. दो दिनों तक घर नहीं लौटने के बाद उनके पुत्र चंदन ने अनहोनी की आशंका जता 27 को थाने में शिकायत दी थी. तीन अप्रैल की सुबह खखरा बांध के समीप बेहोशी की हालत में मिले थे. उनके भाई नवीन ओझा ने सदर थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी थी.
डीएसपी की जांच रिपोर्ट में हुई थी हत्या की पुष्टि
नगर डीएसपी आशीष आनंद ने अपनी जांच रिपोर्ट में हत्या की पुष्टि करते हुए उनके चार बिजनेस पार्टनर की भूमिका की जांच का निर्देश दिया था. मामले की छानबीन के दौरान पुलिस को चारों के विरुद्ध कुछ साक्ष्य भी मिले थे. लेकिन पुलिस जांच बिसरा रिपोर्ट के इंतजार में आगे नहीं बढ़ पा रही थी. इससे पहले मामले की जांच की जिम्मेवारी सदर थाने के तात्कालिक दारोगा प्रमोद सिंह को दी गयी थी. उनका बदली होने के बाद जांच दूसरे पुलिस पदाधिकारी को दिया गया. तात्कालिक थानेदार की भूमिका पर परिजनों ने संदेह जताते हुए दूसरे थाने की पुलिस से मामले की जांच करने की मांग की थी. उसके बाद वरीय पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर जांच की जिम्मेवारी नगर थाने में तैनात दारोगा मनोज राम निराला को दी गयी थी. साथ ही थानेदार मंजू सिंह से स्पष्टीकरण भी मांगा गया था.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement