पांच-पांच सौ रुपये मांगने का आरोप है. यह शिकायत मिलने के बाद डीएम ने बीडीओ को एफआइआर दर्ज कराने को कहा है. मीनापुर : बोचहां व मुशहरी में चल रहे राहत शिविर व सामुदायिक रसोई की जांच का निर्देश एसडीओ को दिया है. शिकायत मिली है कि सामान्य लोग भी भोजन कर रहे हैं. बाढ़ग्रस्त […]
पांच-पांच सौ रुपये मांगने का आरोप है. यह शिकायत मिलने के बाद डीएम ने बीडीओ को एफआइआर दर्ज कराने को कहा है.
मीनापुर : बोचहां व मुशहरी में चल रहे राहत शिविर व सामुदायिक रसोई की जांच का निर्देश एसडीओ को दिया है. शिकायत मिली है कि सामान्य लोग भी भोजन कर रहे हैं. बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों में नाव परिचालन की जांच का निर्देश संबंधित सीओ को दिया गया है. गलत इंट्री करने पर पदाधिकारी के खिलाफ भी एफआइआर दर्ज कराने की भी बात डीएम ने कही है.
डीएम ने बीडीओ को दिया आदेश
मिथिलेश यादव हैं बोचहां के भूताने पंचायत के वार्ड सदस्य
मुआवजा राशि सूची में जुड़वाने के लिए पांच-पांच सौ रुपये मांगने का लगा है आरोप
मीनापुर, बोचहां व मुशहरी में राहत शिविर व सामुदायिक रसोई की भी एसडीओ को जांच का दिया निर्देश
शनिवार व रविवार को खुले रहेंगे कार्यालय
बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में राहत सामग्री के वितरण व अनुदान की राशि लाभुक के खाते में ट्रांसफर को लेकर शनिवार व रविवार को सरकारी कार्यालय खुले रहेंगे. पदाधिकारी व कर्मचारी की छुट्टी रद्द कर दी गयी है. शनिवार को बकरीद की छुट्टी व रविवार के अवकाश को जिलाधिकारी ने रद्द करने का निर्देश दिया है.
ब्लीचिंग पाउडर व चूना के छिड़काव की रिपोर्ट तलब
शहर के बाढ़ प्रभावित इलाके में ब्लीचिंग पाउडर व चूना के छिड़काव की धीमी गति पर डीएम ने नगर निगम से रिपोर्ट तलब की है. साथ ही जलजमाव वाले क्षेत्र में ब्लीचिंग व चूना के साथ मेलाथियान छिड़काव करने का आदेश दिया है. सिकंदरपुर प्रभात जर्दा फैक्टरी वाली गली में जमे गंदे पानी की निकासी के लिए जल्द ही स्लुइस गेट को खोल दिया जायेगा. फिलहाल इसमें मेलाथियान का छिड़काव होगा. डीएम ने बताया कि बाढ़ प्रभावित मोहल्ले से पानी निकल रहा है. ऐसे इलाकों में ब्लीचिंग पाउडर व चूना के साथ कीटनाशक दवा मेलाथियान का छिड़काव होगा. नगर निगम को युद्धस्तर पर छिड़काव कराने का निर्देश दिया गया है. शहर से लेकर ग्रामीण इलाके के बाढ़ग्रस्त क्षेत्र से पानी हटने के साथ चापाकलों में दवा डाला जा रहा है.
बीमारी की रोकथाम के लिए सिविल सर्जन को चिकित्सा पदाधिकारी के माध्यम से निगरानी करने का निर्देश दिया गया है. बाढ़ पीड़ितों के भोजन के लिए लिए चल रहे सामुदायिक किचेन तबतक चलते रहेंगे, तबतक लोग अपने घरों में नहीं लौट जाते हैं. अभी कांटी में 12, मुशहरी में 37 व बोचहां में छह सामुदायिक किचेन चल रहे हैं.