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संकट का बांध! .रजवाड़ा के रास्ते आया पानी तेजी से बढ़ रहा, मुशहरी के सभी स्कूल बंद, शहर में घुसा बाढ़ का पानी
बूढ़ी गंडक में लगातार बढ़ रहे पानी से शहर पर दबाव और बढ़ता जा रहा है. इधर, रजवाड़ा में बांध टूटने के बाद से अब तक 10 िकलोमीटर में पानी फैल चुका है, िजससे ढाई लाख की आबादी प्रभावित हो चुकी है, िजले की बात करें, तो 10 लाख लोग बाढ़ से प्रभावित है. प्रशासनिक […]
बूढ़ी गंडक में लगातार बढ़ रहे पानी से शहर पर दबाव और बढ़ता जा रहा है. इधर, रजवाड़ा में बांध टूटने के बाद से अब तक 10 िकलोमीटर में पानी फैल चुका है, िजससे ढाई लाख की आबादी प्रभावित हो चुकी है, िजले की बात करें, तो 10 लाख लोग बाढ़ से प्रभावित है. प्रशासनिक अिधकारी शहर के कम से कम मोहल्लों में बाढ़ का पानी फैले, इसकी रणनीित बनाने में लगे हैं. सोमवार की देर रात पानी शहर के कन्हौली िवष्णुदत्त में प्रवेश कर गया. यह पानी शहर के पूर्वी इलाके की ओर बढ़ता जा रहा है. मंगलवार को और इलाकों में पानी फैल सकता है. प्रखंडों में भी लगातार पानी का दबाव बना हुआ है. मीनापुर से िशवहर की ओर जानेवाली सड़क पर पानी भर गया है, िजससे इसका संपर्क टूट गया है.
मुजफ्फरपुर : राजवाड़ा बांध टूटने के 48 घंटे बाद शहर में पानी प्रवेश कर गया है. रात लगभग नौ बजे के आसपास कन्हौली िवष्णुदत्त, सरस्वती नगर, साईनगर व बीएमपी-6 के पीछे के इलाके में पानी प्रवेश कर गया था. डॉल्फिन स्कूल के पास बनी पुिलया के जरिये इस इलाके में तेजी से पानी आ रहा था. बड़ी संख्या में स्थानीय लोग मौके पर जुटे थे, िजनका कहना था िक पुिलया िहल रही है और िकसी भी समय ध्वस्त हो सकती है, जिससे परेशानी और बढ़ेगी.
कन्हौली िवष्णुदत्त के रहनेवाले िनर्भय कुमार मेहता, मनोज महतो व रवि चौधरी के मकानों में पानी पहुंच चुका था. इन लोगों का कहना था िक हमें इस बात का अंदेशा पहले से था. इसलिए हम लोगों ने घर का सामान छत पर पहुंचा दिया था. परिवार के लोग भी छत पर रह रहे हैं. इन लोगों ने बताया िक प्रशासन की ओर से िकसी तरह की मदद इन्हें नहीं की गयी है. सोमवार को कोई भी इनका हाल लेने तक नहीं आया है.
कन्हौली िवष्णुदत्त में पानी आने की सूचना पर देर रात सैकड़ों की संख्या में आसपास की कॉलोनियों के लोग मौके पर पहुंचे. वहीं, सरस्वती िवहार में भी पानी आ गया है. यह वार्ड नंबर 47 में आता है. प्रशासन ने इससे पहले इन वार्डों के लोगों को राहत िशविर में जाने को कहा था. शहर में पानी आने के डर से हजारों लोग रतजगा कर रहे थे. ये लोग सकड़ पर िनकल कर पानी की िस्थति के बारे में पूछ रहे थे. वहीं, लीची अनुसंधान केंद्र के पास मुजफ्फरपुर-पूसा मुख्य सड़क तक पानी पहुंच चुका था. कुछ सेंटीमीटर बढ़ने पर यहां पानी सड़क के पार आ सकता है.
14 घंटे में 20 सेंटीमीटर बढ़ा पानी
बूढ़ी गंडक नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है. सोमवार को 14 घंटे में 20 सेटीमीटर पानी बढ़ गया. इससे शहर पर दबाव और बढ़ गया.
जल संसाधन िवभाग के अिधकािरयों का कहना है िक अगले कुछ घंटों में पानी और बढ़ेगा. मंगलवार की सुबह तक 14 सेंटीमीटर तक पानी में वृिद्ध हो सकती है.
मुख्य सड़क के पाइप और नालों को बंद करेंगे
बूढ़ीगंडक नदी के जलस्तर में वृद्धि हो रही है. ऐसे में शहर के निचले हिस्से में पानी प्रवेश कर सकता है. जलसंसाधन विभाग के इंजीनियर को अलर्ट रहने को कहा गया है. मुख्य सड़क के आस-पास के नालों व पाइप को बंद करने का निर्देश दिया गया है. फिलहाल यह बताना मुश्किल है कि पानी का रुख क्या होगा. जैसे-जैसे वह आगे बढ़ रहा है, उसी के हिसाब से बचाव कार्य किया जा रहा है.
महमदपुर में ग्रामीणों ने इंजीनियर को बंधक बनाया
मुरौल प्रखंड के महमदपुर में ग्रामीणों ने देररात जल संसाधन िवभाग के इंजीनियर को बंधक बना िलया. इंजीनियर बांध की िनगरानी करने गये थे. ग्रामीणों का कहना था िक वो बांध को तोड़वाने के िलए आये थे. बाद में सकरा पुिलस मौके पर पहुंची और ग्रामीणों को समझा कर इंजीिनयर को मुक्त कराया. महमदपुर व दरघा के ग्रामीण जेनरेटर चला कर बांध की सुरक्षा कर रहे हैं. उन्हें आशंका है कि रात मेें बांध को काटा जा सकता है. इसी के बाद सोमवार की रात ग्रामीणों ने बांध की चौकसी का फैसला िकया. बाढ़ का पानी बैकटपुर तक पहुंचने की सूचना पर अगल-बगल के लोग अलर्ट हो गये हैं.
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