विशेष सत्र के दौरान व्यख्यान के क्रम में उन्होंने बेनीपुरी जी के चर्चित निबंध जंजीरें और दीवारें की चर्चा की. उन्हाेंने कहा कि रामवृक्ष बेनीपुरी के एक निबंध जंजीरें और दीवारें में लिखा है कि उस समय देश में एक अद्भुत वातावरण था. हर व्यक्ति नेता बन गया. हर चौराहे और कोने में करो या मरो का नारा गूंजने लगा. हर व्यक्ति ने करो या मरो के गांधीवादी विचारों को अपने मन में बसा लिया थ.
रामवृक्ष बेनीपुरी के अलावा उन्होंने कवि सोहन लाल द्विवेदी का भी उल्लेख किया. उल्लेखनीय है कि पीएम मोदी के भाषण में बेनीपुरी जी का नाम आने से एक बार फिर मुजफ्फरपुर चर्चा में आया. औराई के बेनीपुर गांव में जन्मे रामवृक्ष बेनीपुरी ने देश की आजादी के अांदोलन में सक्रिय भागीदारी के अलावा साहित्य की श्रीवृद्धि में अमर योगदान दिया था. पीएम मोदी के भाषण में बेनीपुरी जी के उल्लेख पर उनके नाती महंथ राजीव रंजन दास ने खुशी जताते हुए कहा कि पीएम का शुक्रगुजार हूं, आज तक कभी किसी सरकार ने आजादी की लड़ाई में समाजवादियों की चर्चा नहीं की. आज पीएम ने जयप्रकाश नाारयण, रामवृक्ष बेनीपुरी व लोहिया की चर्चा कर आजादी आंदोलन को जीवंत कर दिया.