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डीइओ ने आपस में बांट कर पढ़ाई करने का दिया निर्देश, विभाग का 10 लाख छात्रों को किताब देने से इनकार

मुजफ्फरपुर: शिक्षा विभाग ने दस लाख छात्रों को किताब देने से हाथ खड़ा कर दिया है. छात्रों को इस साल सरकारी किताबें नहीं मिलेंगी. छात्रों को बिना किताब के ही शिक्षकों के ज्ञान व उनकी जानकारियों के आधार पर पढ़ाई करनी होगी. किताब नहीं मिलने से छात्रों का पठन-पाठन बाधित होगा. बाजार में भी किताब […]

मुजफ्फरपुर: शिक्षा विभाग ने दस लाख छात्रों को किताब देने से हाथ खड़ा कर दिया है. छात्रों को इस साल सरकारी किताबें नहीं मिलेंगी. छात्रों को बिना किताब के ही शिक्षकों के ज्ञान व उनकी जानकारियों के आधार पर पढ़ाई करनी होगी. किताब नहीं मिलने से छात्रों का पठन-पाठन बाधित होगा. बाजार में भी किताब उपलब्ध नहीं है,जिसे बच्चे खरीद कर पढ़ाई करेंगे.

जिला शिक्षा पदाधिकारी ललन प्रसाद सिंह ने बताया कि बच्चे आपस में किताब बांट कर पढ़ाई करेंगे. किताबों की शेयरिंग कर कक्षा व पाठ्यक्रम के अनुरूप पढ़ाई करेंगे. ऐसे में शिक्षा विभाग के अधिकारियों की मंशा पर सवाल खड़ा हो रहा है. शिक्षकों का कहना है कि बाजार में भी किताब उपलब्ध होती, तो बच्चों को आसान होता. लेकिन स्थिति बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण बना दी गयी है.

पुराने किताबों से बच्चों की पढ़ाई कराने की कोशिश में विभाग: बिहार शिक्षा परियोजना पर्षद राज्य परियोजना निदेशक ने डीइओ व डीपीओ से पुराने पाठ्य पुस्तकों से ही काम चलाने को कहा है. विभाग का कहना है कि शैक्षणिक सत्र 2016-17 में कक्षा तीन से आठ में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं से पाठ्य पुस्तकें वापस लेकर शैक्षणिक सत्र 2017-18 के छात्र-छात्राओं के बीच वितरित करना है. जिले से प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार करीब 30 प्रतिशत छात्र-छात्राओं को शैक्षणिक सत्र 2017-18 में पूर्व के शैक्षणिक सत्र 2016-17 के छात्र-छात्राओं से वापस लेकर वितरित की गयी है. वर्तमान शैक्षणिक सत्र में छात्र-छात्राओं को नई पाठ्य पुस्तकें उपलब्ध कराने में अभी कुछ और समय लगने की संभावना है.
विभाग का फरमान आपस में किताब बांट कर पढ़े बच्चे: डीइओ व डीपीओ प्रारंभिक शिक्षा एवं सर्वशिक्षा अभियान असगर अली ने प्रखंड व संकुल स्तर पर पूर्व के शैक्षणिक सत्रों के दौरान दिये गये पाठ्य-पुस्तकों में से विद्यालय स्तर पर वितरण के बाद यदि शेष बची है, तो उसे संकुल समन्वयक से समन्वय स्थापित कर स्कूल तक पहुंचाने का काम करेंगे. जिन छात्र-छात्राओं से अभी तक पिछली कक्षा की पाठ्य पुस्तकें वापस नहीं ली गयी है, उनसे भी पाठ्य पुस्तकें वापस करा ली जाये. शैक्षणिक सत्र 2017-18 में अध्ययनरत छात्रों के बीच वितरित करने का निर्देश दिया है. यह भी व्यवस्था करें कि बच्चें आपस में किताबों को एक-दूसरे को पढ़ने के लिए उपलब्ध करायें. शेयरिंग कर कक्षा व पुस्तकों के अनुरूप सीखने का कार्य करें.

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