मुजफ्फरपुर: बीआरए बिहार विवि प्रथम लोकसूचना प्राधिकार की बैठक में सुनवाई के दौरान कुलपति डॉ रवि वर्मा ने कॉलेज में नामांकन पंजी को गोपनीय बताये जाने पर नाराजगी जतायी. वैशाली जिले के भगवानपुर (तरौरा) निवासी शशिरंजन कुमार ने एसकेजे लॉ कॉलेज के प्राचार्य से कॉलेज में वर्ष 1991 से 1998 तक हुए सभी पार्ट के नामांकन रजिस्टर के निरीक्षण की मांग की थी.
सुनवाई के दौरान कुलपति ने प्राचार्य को अगली सुनवाई से पूर्व आवेदक को राज्य सूचना आयोग की ओर से तय राशि लेकर आवेदक को नामांकन रजिस्टर के अवलोकन कराये व इसकी सूचना प्राधिकार को दे.
एक अन्य मामले में वैशाली जिला के ही लिच्छवी नगर निवासी सतीश चंद्र चौधरी ने राजदेव राय डिग्री कॉलेज किरतपुर के प्राचार्य पर विवि निरीक्षण टीम को धोखा देने का आरोप लगाया. उन्होंने प्राधिकार को बताया कि निरीक्षण टीम को उनकी एजेंसी से लगभग चार लाख रुपये के प्रयोगिक उपकरण लाकर दिखाया गया.
लोक सूचना पदाधिकारी डॉ रघुनंदन प्रसाद सिंह ने बताया कि विवि अतिथिशाला में आयोजित प्रथम अपीलीय प्राधिकार की बैठक में कुल 22 मामले रखे गये. इसमें से दस मामलों का निष्पादन किया गया. बैठक में कुलसचिव डॉ एपी मिश्र, वित्त पदाधिकारी जेपीएन सिंह, परीक्षा नियंत्रक डॉ अरुण कुमार सिंह, कॉलेज निरीक्षक कला डॉ एचसी राय सहित विभिन्न कॉलेजों के प्राचार्य मौजूद थे.