धरहरा : धरहरा थाना क्षेत्र के औड़ाबगीचा गांव निवासी सौरभ कुमार के हत्या के तीन दिन बाद भी पुलिस हत्यारों को गिरफ्तार नहीं कर पायी है. परिजन दहशत में जी रहे हैं और पुलिस आश्वासन दे रही है. परिजनों का मानना है कि यदि खोजी कुत्ते के माध्यम से घटनास्थल पर छानबीन की जाती तो हत्यारों का पता लगाया जा सकता है. इधर इस घटना में नामजद बनाये गये रवींद्र यादव को भी पुलिस गिरफ्तार नहीं कर पायी है. जिससे परिजन परेशान व आक्रोशित हैं.
Advertisement
छात्र की हत्या के तीन दिन बाद भी हत्यारों की गिरफ्तारी नहीं
धरहरा : धरहरा थाना क्षेत्र के औड़ाबगीचा गांव निवासी सौरभ कुमार के हत्या के तीन दिन बाद भी पुलिस हत्यारों को गिरफ्तार नहीं कर पायी है. परिजन दहशत में जी रहे हैं और पुलिस आश्वासन दे रही है. परिजनों का मानना है कि यदि खोजी कुत्ते के माध्यम से घटनास्थल पर छानबीन की जाती तो […]
मृतक की मां द्रोपदी देवी का कहना है कि हत्या के तीन दिन बीत गये. बावजूद पुलिस द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गयी. स्थानीय ग्रामीण भी सौरभ जैसे होनहार छात्र की हत्या से स्तब्ध हैं. सभी के जुबान पर एक ही बात आ रही है कि इस उम्र में सौरभ जिस तरह मां-बाप सहित पूरे परिवार का ख्याल रखता था वह आश्चर्यजनक था. तीन भाईयों में सबसे छोटा था सौरभ. वह मध्य विद्यालय औड़ाबगीचा में आठवीं कक्षा का छात्र था. सबसे बड़े भाई गौतम व बजरंगी के साथ सौरभ काम में हाथ बंटाता था.
मृतक की तीन बहने हैं. जिसमें सबसे बड़ी बहन वृंदा देवी, पिंकी देवी व मुखाग्नि देने वाली छोटी बहन पूनम को भी अपने भाई की हुई मौत से गहरा सदमा पहुंचा है. घर में तीसरे दिन भी चूल्हा नहीं जला है. सभी भूखे प्यासे बदहवास हैं. मां द्रोपदी देवी रो-रो कर कह रही है कि “ हम्मर धनो ले लेलकै, औरो सोना जैसन बेटा भी ले लेलकै, अब हम जी के कि करबै“. बहरहाल सौरभ की हुई हत्या से औड़ाबगीचा सहित आस पड़ोस में मातम पसरा है.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement