मुंगेर : नक्सल प्रभावित खड़गपुर अनुमंडल में अपराधियों एवं नक्सलियों ने खुला एलान कर दिया है कि करनी है ठेकेदारी तो देनी होगी रंगदारी. अपराधियों ने जहां गत माह पांच लाख रंगदारी की मांग को लेकर चानकेन व रतनी डेम के निर्माण कार्य को रोक दिया है.
वहीं शनिवार को शामपुर सहायक थाना क्षेत्र के सठबिग्गी गांव में प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के तहत चल रहे सड़क निर्माण कार्य स्थल पर अपराधियों ने रंगदारी नहीं मिलने पर मारपीट एवं गोलीबारी की. खड़गपुर अनुमंडल क्षेत्र में ठेकेदारों के लिए सरकारी विकास की योजनाओं को पूरा करना मुश्किल हो रहा है. कहीं नक्सली लेबी वसूल रहे है तो कहीं अपराधी रंगदारी वसूल कर रहे है.
यहीं कारण है के सुशासन सरकार के कई महत्वपूर्ण योजना को ग्रहण लगता जा रहा है. 18 करोड़ की लागत से लघु सिंचाई विभाग द्वारा चानकेन एवं रतनी डेम का निर्माण कार्य पटना के जार कंपनी द्वारा कराया जा रहा था. 20 मई की रात खड़गपुर के चानकेन बीयर और रतनी डेम निर्माण कार्य स्थल पर हथियार से लैस होकर पहुंचे और मजदूरों के साथ मारपीट की. अपरधियों ने मजदूरों का मोबाइल एवं अन्य सामग्री छिन कर एक कमरे में बंद कर दिया.
इतना ही नहीं जाते हुए एक हाइवा भी साथ लेकर चला गया. अपराधियों ने मजदूरों से कहा था कि ठेकेदार को कह देना कि काम करना है तो 5 लाख रुपये रंगदारी पहुंचा दो. जिसके बाद एजेंसी ने निर्माण कार्य को ठप कर दिया. एजेंसी ने सुरक्षा की मांग की थी. हालांकि अपराधियों ने एक अपराधी को गिरफ्तार करने की बात कहीं है. लेकिन अब तक पुलिस हाइवा का भी पता नहीं लगा पायी है. अभी यह मामला थमा भी नहीं था कि अपराधियों ने शामपुर सहायक थाना क्षेत्र में प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना से 1.23 करोड़ की लागत से बन रहे सड़क निर्माण कार्य भी ठप हो गया.
क्योंकि एक लाख रुपये नहीं देने पर अपराधियों ने कार्य स्थल पर मुंशी व मजदूर के साथ मारपीट व गोलीबारी की. जिसके कारण मजदूर काम करने को तैयार नहीं है. खड़गपुर अनुमंडल में अगर यहीं हाल रहा तो सरकार के सात निश्चय को गहरा धक्का लगेगा.