यहां की कारीगरी अपूर्व, अतुल्य व अनंत: सीडब्लूएम
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नित नयी बुलंदियों को छू रहा कारखाना
यहां की कारीगरी अपूर्व, अतुल्य व अनंत: सीडब्लूएम जमालपुर : एशिया महादेश का सर्वाधिक पुराना रेल इंजन कारखाना जमालपुर का 155 वां स्थापना दिवस समारोह सोमवार को धूमधाम से मनाया गया. मौके पर कई कार्यक्रम आयोजन किये गये. छात्राओं ने गाया स्वागत गीत कारखाना के गेट संख्या तीन पर सांस्कृतिक व अन्य कार्यक्रमों के आयोजन […]
जमालपुर : एशिया महादेश का सर्वाधिक पुराना रेल इंजन कारखाना जमालपुर का 155 वां स्थापना दिवस समारोह सोमवार को धूमधाम से मनाया गया. मौके पर कई कार्यक्रम आयोजन किये गये.
छात्राओं ने गाया स्वागत गीत
कारखाना के गेट संख्या तीन पर सांस्कृतिक व अन्य कार्यक्रमों के आयोजन हुए. जिसकी अध्यक्षता मुख्य कारखाना प्रबंधक ने की. मुख्य अतिथि भारतीय रेलवे यांत्रिक एवं विद्युत अभियंत्रण संस्थान (इरिमी) के निदेशक एके गुप्ता तथा विशिष्ट अतिथि रेल पुलिस अधीक्षक उमाशंकर प्रसाद तथा इरिमी के वरिष्ठ आचार्य अरविंद कुमार पांडेय थे.
अतिथियों के स्वागत के बाद पूर्व रेलवे इंंटर कॉलेज की छात्राओं द्वारा स्वागत गीत तथा सांस्कृतिक प्रस्तुति की गई. जिसमें निवेदिता, अनुप्रिया, रश्मि गुप्ता, निधि कुमारी, अकांक्षा, तनीशा, हरसित, टविंकल, सिमरन, सलोनी, श्वेता तथा नेहा शामिल थी. अतिथियों को स्मृति चिह्न प्रदान कर सम्मानित भी किया गया. विभिन्न मान्यता प्राप्त यूनियनों के नेताओं ने कहा कि जमालपुर कारखाना कुशल प्रबंधन के नेतृत्व में नित नई बुलंदियों को छू रहा है. इनमें मेंस यूनियन के वीरेंद्र प्रसाद यादव तथा मेंस कांग्रेस के धर्मेंद्र कुमार यादव शामिल थे.
अभी प्रबंधन मजबूत हाथ में : निदेशक
इरिमी के निदेशक ने कहा कि जमालपुर कारखाना की स्थापना 8 फरवरी 1862 को स्टीम इंजन के लिए किया गया था. स्टीम इंजन भारतीय रेल में 1890 से 1924 तक रहा. इसके बाद के समय के साथ ही इस कारखाना ने स्वयं को बदला है. इस समय कारखाना का प्रबंधन काफी मजबूत हाथ में है. जिसके पीछे श्रमिक भी जी जान से जुटे हैं. भारतीय रेल में जमालपुर कारखाना काफी आगे चल रहा है. इसी का परिणाम है कि रेलवे बोर्ड के मेंबर मेकनिकल ने इसे नया काम दिया है. उन्होंने कहा कि सीडब्लूएम के नेतृत्व में श्रमिकों के कल्याण के भी प्रशंसनीय पहल की गई है.
यहां रौलिंग स्टॉक के सभी काम होते
मुख्य कारखाना प्रबंधक ने कहा कि भारतीय रेल का यह कारखाना इकलौता कारखाना है जहां रौलिंग स्टॉक का सभी पांचों काम होता है. उन्होंने रेल कारखाना को बिहार का सबसे बड़ा कारखाना बताते हुए कहा कि अनेकों क्षेत्र में इस कारखाना ने अपना कद ऊपर किया है. कारखाना लगातार अच्छी गुणवत्ता, उत्पादन में बढ़ोतरी तथा लागत में कमी के सूत्र पर काम कर रहा है. जिसके कारण कारखाना को नित नये कार्य भार मिलने लगे हैं. ऐसा यहां के अपूर्व, अतुल्य तथा अनंत कारीगरी के बदौलत संभव हो पाया है. उन्होंने इसे बरकरार रखने की अपील की. बिहार का सर्वोत्तम चिकित्सा सुविधा जल्द ही यहां के कर्मियों को मिलने लगेगी.
मौके पर थे उपस्थित
कार्यक्रम का संचालन डब्लूपीओ एमएम प्रसाद ने किया. मौके पर रेल अधिकारी आलानाथ हाजरा, कवि प्रकाश, अमोल कुमार सिंह, यूपी सिंह, ताराचंद, तरुण कुमार, परवीन कुमार, राजीव कुमार, एनके सिम्हा, सतीश कुमार, डॉ एसके रक्षित, डॉ आरके सिन्हा सहित सैकड़ों अन्य उपस्थित थे.
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