जमालपुर : जमालपुर की काली पहाड़ी के निचले नहर में इस बार छठ व्रती भगवान सूर्य को अर्घ्य दान नहीं कर पायेगी. चार दिवसीय छठ पूजा को लेकर चलने वाले अनुष्ठान के क्रम में रविवार को कद्दू भात संपन्न हो गया. जबकि इस नहर की अबतक कोई साफ सफाई नहीं की गई है.
इसके साथ ही नहर क्षेत्र में नया बैरियर लगाने का कार्य जारी है. जमालपुर शहरी क्षेत्र में पूर्व के वर्षों में जिन स्थानों पर छठ पूजा के दौरान अर्घ्य दान किया जाता रहा है, उसमें काली पहाड़ी का निचला नहर भी शामिल था. रेलवे द्वारा इस नहर को लोअर रिजर्ववेयर के रूप में इस्तेमाल किया जाता रहा है. इस बार इस पूरे नहर की पश्चिमी ओर लोहे का बैरियर लगाया जा रहा है.
साथ ही इन बैरियर पर लिखा हुआ है ‘ पानी बहुत गहरा है, अंदर प्रवेश न करें ‘. इसके साथ ही रेलवे द्वारा इस नहर को प्रतिबंधित क्षेत्र घोषित करते हुए यहां प्रतिमाओं के विसर्जन को भी निषेध कर दिया गया है.
तत्संबंधी आदेश भी वहां लिख दिया गया है कि लोअर रिजर्व वेयर में मूर्ति विसर्जन करना दंडनीय अपराध है. उल्लेखनीय है कि काली पहाड़ी के ऊपरी नहर की पूरी तरह साफ सफाई की जा चुकी है जहां छठ व्रतियों द्वारा अर्ध्य दान किया जाना है.