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गैस एजेंसी की मनमानी से उपभोक्ता परेशान

गैस एजेंसी की मनमानी से उपभोक्ता परेशान * बिना गैस डिलिवरी के ही खाते में पहुंच रहे सब्सिडी की राशि फोटो : गैस सिलिंडर का फोटो लगाया जा सकता है. प्रतिनिधि , मुंगेर सरकार गैस की कालाबाजारी पर प्रतिबंध लगाने के लिए भले ही रणनीति बनाई हो. लेकिन मुंगेर के गैस एजेंसी और कालाबाजारियों की […]

गैस एजेंसी की मनमानी से उपभोक्ता परेशान * बिना गैस डिलिवरी के ही खाते में पहुंच रहे सब्सिडी की राशि फोटो : गैस सिलिंडर का फोटो लगाया जा सकता है. प्रतिनिधि , मुंगेर सरकार गैस की कालाबाजारी पर प्रतिबंध लगाने के लिए भले ही रणनीति बनाई हो. लेकिन मुंगेर के गैस एजेंसी और कालाबाजारियों की मिलीभगत से सभी रणनीति की धज्जियां उड़ रही है. मोबाइल से नंबर लगाने पर बुकिंग को रद्द करना, बिना गैस डिलिवरी के ही खाते पर सब्सिडी की राशि आना आम बात हो गयी है. इतना ही नहीं गैस बुकिंग के लिए उपभोक्ताओं को हर हाल में गैस एजेंसी जाना पड़ता है. नंबर लगाने के 5 तरीके गैस एजेंसी में बढ़ती भीड़ से बचने के लिए उपभोक्ताओं के लिए ऑन लाइन बुकिंग की सुविधा दी गयी है. बुकिंग के 5 सुविधाजनक तरीके है. जिसमें उपभोक्ता ऑनलाइन इंटरनेट पर रजिस्ट्रेशन कर नंबर लगा सकते हैं, एसएमएस, आइवीआरएस द्वारा अपने रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर से कॉल कर नंबर लगा सकते है. आइवीआरएस नंबर हर डीलर का अपना यूनिक नंबर होता है जिसे डिस्प्ले करना जरूरी है. मोबाइल एप द्वारा भी उपभोक्ता नंबर लगा सकते हैं. साथ ही गैस एजेंसी के कांटेक्ट नंबर पर कॉल कर अपना गैस कनेक्शन नंबर बता कर नंबर लगा सकते है. रद्द कर दी जाती है बुकिंग इन तरीकों से नंबर लगाने वालों की बुकिंग रद्द कर दिया जा रहा है. जिससे ऐसे ग्राहक ऑनलाइन सेवा या मोबाइल एप का उपयोग करते हैं. बुकिंग रद्द हो जाने पर गैस से महरूम हो रहे हैं. बिना गैस डिलिवरी के ही आ रही राशि भागवत गैस एजेंसी के उपभोक्ता लल्लू पोखर निवासी विमलेंदु राय की पत्नी छवि कुमारी ने बताया कि ऑन लाइन बुकिंग तो रद्द कर दिया गया और गैस की डिलिवरी भी नहीं हुई. लेकिन लगातार दो गैस के सब्सिडी की राशि मेरे खाते में चढ़ गया. जब मैने वहां के कर्मचारी से पूछा तो कहा गया कि छोडि़ए ना सब्सिडी की राशि तो चढ़ गया न. एजेंसी द्वारा मनमाने ढंग से ग्राहकों को गैस सिलिंडर बुकिंग कर दिया जाता है. जबकि गैस सिलिंडर की डिलिवरी नहीं की जाती है. सब्सिडी का पैसा ग्राहक के बैंक अकाउंट में आ जाता है. इसका मतलब है कि डीबीटीएल के बावजूद गैस की कालाबाजारी की जा रही है. होम डिलिवरी के नाम पर होती है ठगी हर उपभोक्ता को गैस एजेंसी द्वारा होम डिलिवरी की सेवा समान रूप से नहीं दी जा रही है. लेकिन गैस एजेंसी द्वारा सिर्फ दिखावे के लिए कुछ खास उपभोक्ता को होम डिलिवरी दिया जाता है. होम डिलिवरी के समय वजन किया जाता है और न ही डिलिवरी करने वाले के पास कोई वजन करने वाला मशीन रहता है. होम डिलिवरी देते वक्त दो रिसिप्ट कूपन डिलिवरी ब्वॉय के पास होना चाहिए. जिसमें गैस सिलिंडर का मूल्य, ग्राहक का नाम एवं ग्राहक ने इस वित्तीय वर्ष में कितना गैस सिलिंडर लिया है वह अंकित हो.

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