मुंगेर : चार प्रमुख देवी स्थानों बड़ी दुर्गा, मारवाड़ी दुर्गा, छोटी दुर्गा तथा बंगाली दुर्गा पूजा समिति में से जहां बड़ी दुर्गा पूजा समिति ने विगत वर्षों की भांति इस वर्ष भी धार्मिक व सांस्कृतिक आलेखों के साथ दान का विवरण प्रस्तुत किया.
वहीं स्मारिका निकाल कर जिले भर में वितरित किया. दूसरी ओर बंगाली दुर्गा उद्यन परिषद की ओर से दशवी के दिन ही विसर्जित की गयी. इससे पूर्व लगभग दो घंटे तक बंगाली समुदाय की महिलाओं ने माता को सिंदूर लगा कर तथा आंचल व पुष्प से सज्जित कर उनकी पूजा की.
साथ ही सभी महिलाओं ने एक दूसरे के साथ थाल में सिंदूर लेकर होली खेली. माता की विदाई से पूर्व वातावरण को आहलादित बनाने के लिए इस तरह का आयोजन लंबे समय से बंगाल की परंपरा मुंगेर में भी लंबे समय से निभाया जा रहा है. इससे पूर्व सप्तमी व अष्टमी पूजा को महाभोग, प्रसाद वितरण तथा संधि पूजा, विशेष अनुष्ठान के साथ पुजारी डालिम गांगुली के नेतृत्व में किया गया. साथ ही सांस्कृतिक कार्यक्रम में युवक-युवतियों तथा अन्य पुरुष-महिलाओं ने भाग लेकर कतिपय मनोरंजक इवेंट्स भी प्रस्तुत किये.