मुंगेर : भागलपुर, बांका व मुंगेर जिले में चुनाव शांतिपूर्ण संपन्न कराने के बाद मंगलवार को भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच अर्धसैनिक बलों की वापसी करायी गयी. मुंगेर-भागलपुर के बीच राष्ट्रीय उच्च पथ 80 पर स्थित घोरघट ब्रिज के क्षतिग्रस्त रहने के कारण अर्धसैनिक बलों को नक्सल प्रभावित क्षेत्र ऋषिकुंड के रास्ते वापस भेजा जा रहा है.
वाहनों को निकालने के लिए मार्ग में अभूतपूर्व सुरक्षा के इंतजाम किये गये. जिसका मॉनीटरिंग खुद पुलिस अधीक्षक वरुण कुमार सिन्हा व एसडीपीओ ललित मोहन शर्मा ने किया.
प्राप्त समाचार के अनुसार प्रथम चरण चुनाव को लेकर भागलपुर में 59 कंपनी, बांका में 98 कंपनी व खड़गपुर में 18 कंपनी अर्धसैनिक बल भेजे गये थे. चुनाव खत्म होने के बाद मंगलवार को अर्धसैनिक बलों को वापस मुंगेर के रास्ते पटना भेजा गया. घोरघट पुल के क्षतिग्रस्त रहने के कारण सभी वाहनों को लोहची के रास्ते मुंगेर एनएच 80 पर चढ़ाने की तैयारी की गयी. जो नक्सल प्रभावित ऋषिकुंड होते हुए पाटम के रास्ते एनएच पर चढाने के लिए मार्ग तय किया गया.
अर्धसैनिक बलों के वाहनों को पार कराने के लिए भारी संख्या में लोहची, ऋषिकुंड, पाटम में सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किये गये. सुरक्षा में सीआरपीएफ एवं एसएसबी के जवानों को नक्सल क्षेत्र में लगाये गये थे.
पहाड़ के नीचे भी जवानों को तैनात किया गया. लोहची में खुद पुलिस अधीक्षक वरुण कुमार सिन्हा सुरक्षा के कमान संभाले हुए थे. जबकि ऋषिकुंड में एसडीपीओ ललित मोहन शर्मा सुरक्षा की कमान संभाले हुए थे. अर्धसैनिक बलों को ले जा रही वाहनों की लंबी कतार लगी रही. जिसे भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच निकाला गया.