मुंगेर : विश्व हृदय दिवस के पूर्व संध्या पर रविवार को हृदय रोग पर विशेष वार्ता का आयोजन किया गया. वार्ता में शहर के हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ श्रवण ठाकुर, डॉ प्रभाकर सिंह एवं डॉ बीबी बोस ने अपने-अपने विचार रखे. साथ ही हृदय रोग के लक्षण, बचाव व दुष्परिणामों से अवगत कराया. चिकित्सकों ने […]
मुंगेर : विश्व हृदय दिवस के पूर्व संध्या पर रविवार को हृदय रोग पर विशेष वार्ता का आयोजन किया गया. वार्ता में शहर के हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ श्रवण ठाकुर, डॉ प्रभाकर सिंह एवं डॉ बीबी बोस ने अपने-अपने विचार रखे.
साथ ही हृदय रोग के लक्षण, बचाव व दुष्परिणामों से अवगत कराया.
चिकित्सकों ने कहा कि प्रदूषित वातावरण एवं रहन-सहन के कारण अधिकांश लोग हृदय रोग के शिकार हो रहे हैं. डॉ प्रभाकर सिंह ने बताया कि भारत में लगभग 45 मिलियन लोग हृदय रोग एवं 50 मिलियन लोग मधुमेह से ग्रसित हैं. उन्होंने बताया कि मधुमेह रोग के बाद हृदय रोग की संभावना काफी बढ़ जाती है.
इन रोगों से बचने के लिए लोगों को अपने जीवन शैली में सुधार लाने की जरूरत है. डॉ श्रवण कुमार ने कहा कि भारत में हृदय रोग तीव्र गति से बढ़ रहा है.
यदि यही रफ्तार रही तो वर्ष 2020 तक भारत हृदय रोग में सबसे आगे निकल जायेगा. उन्होंने बताया कि समय रहते अपने रहन-सहन, खान-पान व अन्य आदतों में सुधार लाकर इन गंभीर रोगों से बचा जा सकता है. मौके पर रोहित कुमार एवं मुकेश राजहंस मुख्य रूप से उपस्थित थे.