अमित मेहरा ने कहा कि एसोसिएशन द्वारा अबतक भारत सरकार के साथ ही रेल मंत्रलय एवं चेन्नई कारखाना के प्रबंधन से कई बार गुहार लगायी जा चुकी है. इसके बावजूद भी अबतक प्रशिक्षुओं की नियुक्ति को लेकर किसी भी स्तर से कोई कार्रवाई आरंभ नहीं की गई है जो चिंताजनक है. जबकि अन्य रेल कारखानों में ट्रेंड प्रशिक्षुओं की नियुक्ति कर दी गई है.
चेन्नई अप्रेंटिश के प्रति इस प्रकार सौतेला व्यवहार किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि इसके कारण प्रशिक्षुओं में निराशा की भावना बढ़ रही है. सर्व सम्मति से निर्णय लिया गया कि यदि एक महीने के भीतर ट्रेंड प्रशिक्षुओं की नियुक्ति को लेकर प्रक्रिया आरंभ नहीं की गई तो उग्र आंदोलन शुरू किया जायेगा. मौके पर लगभग दो दर्जन ट्रेंड प्रशिक्षु उपस्थित थे.