मुख्य अतिथि के रूप में प्रांत सर्व संघ चालक सुरेश प्रसाद सिंह ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का उद्घाटन किया. उन्होंने कहा कि हमें किसी भी उत्सव पर मात्र भोजन व वस्त्र की चिंता नहीं करनी चाहिए. अपने उत्सव व देश से जुड़े सभ्यता व संस्कृति की गौरवशाली इतिहास को जान कर, पढ़ कर मातृ भाषा व प्रादेशिक भाषा में स्वदेशी हित में कार्य करना चाहिए. संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा 21 जून को विश्व योग दिवस तथा 21 फरवरी को विश्व मातृ भाषा दिवस मनाने का प्रस्ताव स्वीकृत किया गया जो संघ के रीति-नीति व विचारधारा की जीत है. अब हमारा एक मात्र संकल्प व विकल्प देश से अंगरेजी और अंगरेजियत को बाहर करना है.
विदेशी उत्पाद को हतोत्साहित कर देशी शिक्षा को स्वदेशी किताबी ज्ञान के साथ जन संवेदना से जोड़ना है. मौके पर जिला संघ चालक श्रवण जालान, नगर संघ चालक अशोक चौधरी, अमर केशरी, जिला प्रचार प्रमुख प्रदीप कुमार, चंदन कुमार, उपेंद्र भाई त्यागी, अरविंद माधव, आशुतोष सिंह मौजूद थे.