हवेली खड़गपुर : खड़गपुर-जमुई मुख्य मार्ग पर गंगटा जंगल में सीमा विवाद खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है. आयुक्त के निर्देश पर नापी भी कराया गया. बावजूद 12 सौ मीटर का क्षेत्र का सीमांकन नहीं किया जा सका. जिसके कारण परेशानी जस की तस बरकरार रह गयी.
आयुक्त के निर्देश पर गुरुवार को खड़गपुर एवं लक्ष्मीपुर के सीओ की उपस्थिति में जंगल के सीमांकन को लेकर मापी करायी गयी थी. पथ निर्माण विभाग, पथ प्रमंडल मुंगेर और खड़गपुर थाना क्षेत्र की सीमा के बोर्ड को नये तरीके से लगाया गया. बोर्ड में खड़गपुर थाना की सीमा अंकित किये गये हैं. लेकिन सबसे बड़ा सवाल है कि लक्ष्मीपुर थाना क्षेत्र के अधीन पड़ने वाले क्षेत्र के सीमांकन में कोई तब्दीली नहीं की गयी है.
यानी 1200 मीटर क्षेत्र की कोई सीमा तय नहीं किया गया है. जानकारों की माने तो ऐसी स्थिति में लुटेरों के हौसले पर विराम लगना संभव नहीं है. गुरुवार को जब नापी हो रही थी तो मुंगेर जिले के हवेली खड़गपुर अनुमंडल के डीएसपी रंजन कुमार, सीओ रंजन कुमार, इंस्पेक्टर राजेश राय, थानाध्यक्ष राजेश शरण, गंगटा सहायक थानाध्यक्ष शंभु पासवान मौजूद थे. जबकि जमुई के लक्ष्मीपुर के सीओ के अलावे दूसरा कोई पदाधिकारी मौजूद नहीं था. जबकि सीओ नापी से पहले ही सीमा छोड़ कर चले गये. लोगों का कहना है कि प्रमंडलीय आयुक्त के नेतृत्व में जब तक दोनों जिले के डीएम और एसपी के उपस्थित में नापी नहीं होती है तब तक सीमा विवाद का मामला नहीं सुलझ सकता है.