राज्य में मांझी एवं नीतीश के टकराव के बीच मंगलवार को मुंगेर जिला जदयू में दरार हो गयी और पार्टी के जिला महासचिव सुबोध वर्मा ने पत्रकार सम्मेलन आयोजित कर दलितों व पिछड़ों के मान-सम्मान की लड़ाई की घोषणा की. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार व्यक्तिगत निर्णय के माध्यम से पार्टी को ध्वस्त कर दिये हैं. पहले उन्होंने भाजपा से गंठबंधन तोड़ा और फिर बाद में राजद से हाथ मिला लिये. जबकि बिहार की जनता ने एनडीए गंठबंधन के तहत जदयू और भाजपा को अपना समर्थन दिया था.
किंतु नीतीश कुमार ने जन भावना को दरकिनार कर भाजपा से संबंध विच्छेद कर लिया और अब राजद से महागठबंधन कर रहे हैं. जबकि जनता ने राजद सरकार के विरोध में ही नीतीश कुमार को अपना समर्थन दिया था. सुबोध वर्मा ने कहा कि नीतीश कुमार एक महादलित मुख्यमंत्री को जिस प्रकार अपमानित कर रहे हैं वह कतई बरदाश्त के काबिल नहीं है. हमलोगों ने काफी दिनों तक धैर्य बनाये रखा लेकिन अब बांध टूट चुका है.
उन्होंने कहा कि बिहार में जीतन राम मांझी की सरकार रहे या नहीं, लेकिन अब आर-पार की लड़ाई होगी. वे 1994 से समता पार्टी के समय से ही पार्टी के सिपाही रहे हैं और कार्यकर्ताओं ने ही पार्टी को वट वृक्ष बनाया. हमारी पूंजी पिछड़ा, दलित-महादलित व सवर्ण है. इसके हक व मान-सम्मान के लिए अब संघर्ष किया जायेगा. इस मौके पर मुंगेर नगर निगम के वार्ड पार्षद राजेश ठाकुर उर्फ राजू, तूफानी राउत, उषा देवी, अधिवक्ता राजकुमार राम, जदयू अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के सदर प्रखंड अध्यक्ष जियाउल हक, छात्र समागम के मो. इमरान, अभिनय दास तिलू मुख्य रूप से मौजूद थे.