फोटो नाम के साथ तारापुर मेल द्वारा भेजा गया है. प्रतिनिधि , तारापुर तारापुरवासियों को मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के आगमन से कई उम्मीदें थी. जिसमें एक नगर पंचायत की घोषणा तो मुख्यमंत्री जी ने कर दिया. लेकिन किसानों के लिए सिंचाई या अन्य समस्याओं पर वे चुप्पी साध गये. तारापुरवासियों को यह भी मलाल रह गया कि मुख्यमंत्री जी तारापुर के 14 शहीदों के शहादत पर भी कुछ नहीं बोले. यहां तक कि शहीद स्मारक पर नमन तक नहीं किये. तारापुर निवासी किसान सत्यदेव सिंह ने कहा कि तारापुर को जिला बनाने की जरूरत है. ताकि इसका सही विकास हो सके. सिंघेश्वर यादव ने कहा कि किसानों के लिए सिंचाई आज एक बड़ी समस्या बन गयी है. बदुआ नदी से अवैध बालू उत्खनन के कारण किसानों के खेतों में पानी तक नहीं पहुंच पा रहा. इस दिशा में कार्रवाई किया जाना चाहिए. बैजलपुर गांव निवासी विनोद कुमार सिंह ने कहा कि तारापुर बाजार में एक भी शौचालय नहीं है. जिला परिषद का बस स्टैंड जीर्ण-शीर्ण है तो दूसरी ओर ग्रामीण क्षेत्रों की सड़कें जर्जर हो चुकी है. तारापुर निवासी ललन कुमार सिंह ने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में यह क्षेत्र विकास नहीं कर पा रहा. कारण एक भी महिला कॉलेज यहां नहीं है. साथ ही अन्य तकनीकी संस्थानों का भी अभाव है.अमैया निवासी अवधेश कुमार ने कहा कि तारापुर में स्वास्थ्य व्यवस्था बदहाल है. कागज पर तो अनुमंडल अस्पताल बना दिया गया. यहां कोई सुविधा नहीं दी जा रहा. जिसके कारण लोगों को इलाज के लिए भागलपुर जाना पड़ता है. असरगंज निवासी रामानुज शर्मा ने कहा कि तारापुर अनुमंडल के असरगंज को भी नगर पंचायत बनाया जाना चाहिए. व्यावसायिक दृष्टिकोण से असरगंज महत्वपूर्ण स्थल है.
मुख्यमंत्री से तारापुर के लोगों को थी कई उम्मीदें
फोटो नाम के साथ तारापुर मेल द्वारा भेजा गया है. प्रतिनिधि , तारापुर तारापुरवासियों को मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के आगमन से कई उम्मीदें थी. जिसमें एक नगर पंचायत की घोषणा तो मुख्यमंत्री जी ने कर दिया. लेकिन किसानों के लिए सिंचाई या अन्य समस्याओं पर वे चुप्पी साध गये. तारापुरवासियों को यह भी मलाल […]
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