जमालपुर नक्सलियों की कार्रवाई में छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में सुरक्षाकर्मियों की मौत को लेकर रेल पुलिस चौकस हो गयी है. जमालपुर रेल जिला के अंतर्गत पड़ने वाले तमाम रेल थानों को 24 घंटे चौकसी बरतने का आदेश जारी कर दिया गया है. रेल पुलिस अधीक्षक उमाशंकर प्रसाद ने प्रभात खबर को बताया कि 2-8 दिसंबर तक माओवादियों द्वारा बंद का ह्वा ान किया गया है. जिसको लेकर विशेष सतर्कता बरती जा रही है. उन्होंने बताया कि वे स्वयं अन्य अधीनस्थ वरीय अधिकारियों के साथ रेल जिला के विभिन्न क्षेत्रों का भ्रमण कर जायजा लिया है.
इसके साथ ही आदेश जारी किया है कि रात्रि में किसी भी ट्रेन को खाली नहीं छोड़ा जाय और स्कॉट की व्यवस्था सुनिश्चित की जाय. हालांकि उन्होंने इस बात पर खेद भी प्रकट किया कि रेल जिला में बल की काफी कमी हो गयी है. पूर्व में ही लगभग 20 प्रतिशत बल की कमी थी. इस बीच पहली दिसंबर से जिले के लगभग एक सौ सिपाही सासाराम महिला बटालियन चले गये. ये वहां लगभग 6-8 महीने प्रशिक्षण लेंगे. ऐसी स्थिति में यहां बल और सिपाही की संख्या सृजित कुल पद से लगभग 40 प्रतिशत कम होकर रह गयी है. रेल पुलिस अधीक्षक ने बताया कि बल की कमी के बारे में मुख्यालय को त्राहिमाम संदेश भेजा गया है. लेकिन बल की कमी के बावजूद पूरे उत्साह के साथ रेल पुलिस यात्रियों को सुरक्षा मुहैया कराने के लिए चौकन्नी है. उल्लेखनीय है कि सोमवार को नक्सलियों ने छत्तीसगढ़ में सुकमा जिले के चिंतागुफा क्षेत्र में सीआरपीएफ के पैट्रोलिंग पार्टी पर घात लगाकर हमला किया था. जिसमें अर्द्धसैनिक बल के 11 जवान और 2 ऑफिसर शहीद हो गये थे.