संग्रामुपर : संग्रामपुर बाजार होकर गुजरने वाली सड़क के अस्पताल चौक के पास जमा गंदगी लोगों को परेशान कर रखी है. निर्मल भारत अभियान के तहत स्वास्थ्य विभाग का चौराहा गंदगी से पटा है. परंतु लोग मन की आवाज को शायद प्रकट करने से कतराते हैं. ग्रामीण विवेकानंद यादव का कहना है कि लोग नारे लगा कर अपने कार्यों की इतिश्री कर लेते हैं.
वास्तव में जागरूकता तो जरूरी है. लेकिन जागरूकता के लिए सकारात्मक पहल की आवश्यकता है. जिस ओर न तो सरकार के अधिकारी सजग हैं और न ही जनप्रतिनिधि. उन्होंने बताया कि संग्रामपुर बाजार में कहीं भी कचरा फेंकने की कोई व्यवस्था नहीं है. जिससे लोग अपने घर एवं दुकान के कचरे को या तो सड़क पर डाल देते हैं या फिर सरकारी कार्यालय के पास फेंक कर चल देते हैं.
बार-बार सफाई करवाने के बाद भी स्थिति जस की तस बन जाती है. अस्पताल चौक पर सड़क के किनारे सड़कों का अतिक्रमण कर दुकानदारों द्वारा भी कचरा डाल कर गंदगी फैलायी जा रही है. गंदगी के निष्पादन की व्यवस्था के संबंध में पंचायत के मुखिया शंभु भगत राजन ने बताया कि पंचायत के पास कूड़ा-कचरा हटवाने को लेकर कोई विशेष फंड नहीं है.
साल में दो-तीन बार होली, दशहरा एवं छठ पूजा के अवसर पर बाजार एवं आसपास की सफाई में अपने स्तर से सफाई करानी पड़ती है. सरकार पंचायत को अगर साफ-सफाई के लिए राशि उपलब्ध करा दे तो यह एक अच्छी पहल हो सकती है. उन्होंने बताया कि नगर निगम तो बड़े शहरों की साफ-सफाई करवाती है लेकिन छोटे बाजार एवं कस्बों की सफाई के प्रति कोई प्रावधान नहीं है.