जयनगर कांड व नंद कुमार हत्याकांड को दिया था अंजाम
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गिरोह की मजबूती के लिए करता था लूटपाट
जयनगर कांड व नंद कुमार हत्याकांड को दिया था अंजाम स्थानीय होने के कारण हर रूट की थी जानकारी, घटना को अंजाम देकर भागने में होती थी सहूलियत मधुबनी : नगर थाना क्षेत्र से अंतरजिला गिरोह के मुख्य सरगना शत्रुघ्न को कारबाइन व सात जिंदा कारतूस के साथ सोमवार की रात गिरफ्तार किया गया. पुलिस […]
स्थानीय होने के कारण हर रूट की थी जानकारी, घटना को अंजाम देकर भागने में होती थी सहूलियत
मधुबनी : नगर थाना क्षेत्र से अंतरजिला गिरोह के मुख्य सरगना शत्रुघ्न को कारबाइन व सात जिंदा कारतूस के साथ सोमवार की रात गिरफ्तार किया गया. पुलिस के पकड़ में आने के बाद पूछताछ में शत्रुघ्न ने कई कांडों को अंजाम देने की बात स्वीकार कर ली है. हालांकि अभी भी पुलिस के पकड़ से गिरोह के तीन सदस्य दूर हैं. पर पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है. प्रभात खबर ने इन कांडों को लेकर बीते 26 फरवरी को अपराधी बेखौफ, पुलिस नहीं कर पा रही मामले का खुलासा नामक शीर्षक से खबर प्रकाशित किया था. पुलिस के लिए यह बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है.
एक सा है लूट का तरीका
बीते कुछ माह में हुए आपराधिक घटनाओं में घटना को अंजाम देने व इनके भागने का तरीका एक सा है. अपराधी दो मोटरसाइकिल से आते हैं. बेखौफ हो फायरिंग करते हैं.
घटना को अंजमा देकर चलते बनते हैं. गौर किया जाय तो जयनगर कारबाइन फायरिंग में भी दो मोटरसाइकिल से चार की संख्या में अपराधी आये और ताबड़तोड़ कारबाइन से फायरिंग की. फिर फायरिंग करते ही भाग गये. प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार भगवतीपुर पेट्रोल पंप लूट कांड भी इसी प्रकार किया गया था. यहां भी दो मोटरसाइकिल से अपराधी आये और हवाई फायरिंग करते हुए घटना को अंजाम दिया और फिर फायरिंग करते ही भागे. मुख्यालय में सुमित कुमार के साथ हुए लूट की घटना भी दो मोटरसाइकिल पर सवार चार अपराधियों ने ही दी है. सुमित कुमार के अनुसार यहां भी अपराधी बेखौफ होकर घटना को अंजाम दिया और फायरिंग करते हुए चले गये.
जमीन कब्जा को लेकर जयनगर में चली थी कारबाइन
एसपी दीपक बरनवाल ने बताया है कि बीते 8 फरवरी की सुबह जयनगर में कारबाइन फायरिंग का घटना जमीन विवाद को लेकर था. बीते कुछ दिनों से जयनगर में एक जमीन को कब्जाने को लेकर अपराधी शत्रुघ्न व पंसस पुरुषोत्तम झा सतन के बीच विवाद था. इसी को लेकर नंद कुमार की भी अपराधियों ने हत्या कर दी थी और पुरुषोत्तम झा सतन को भी जान से मारने की साजिश थी. वह हमला इसी को लेकर था. जानकारी के अनुसार शत्रुघ्न कुमार भी जयनगर का ही रहने वाला है और जमीन खरीद फरोख्त व अवैध रूप से जमीन को कब्जा करने में लिप्त रहता था.
पूछताछ में इन मामलों में स्वीकारी संलिप्तता
घटना एक : दतुआर के ही एलआइसी के सेवानिवृत अधिकारी सुरेंद्र सिंह के घर पर जनवरी 2016 में डकैती हुई. अपराधियों ने बेखौफ होकर लूटपाट किया, बम भी फोड़े, गृह स्वामी को घायल कर दिया. घटना पुलिस थाना से महज आधे किलोमीटर की दूरी पर घटी थी. आज तक इसका खुलासा नहीं हो सका है.
घटना दो : 3 दिसंबर 2015 के लदनियां थाना क्षेत्र के ईंट भठ्ठा मालिक नंद यादव की अपराधियों ने उस वक्त गोली मार कर हत्या कर दी जब वे अपने भठ्ठा से वापस बाबूबरही घर आ रहे थे. लोगों ने सड़क जाम किया. प्रशासन ने अपराधियों के जल्द ही पकड़ लेने का आश्वासन देकर जाम तो हटा दिया पर आज तक इस आश्वासन पर कार्रवाई नहीं हो सकी है.
घटना तीन: बीते 21 फरवरी की देर शाम कृष्णा ज्वेलर्स के मालिक सुमित कुमार से अज्ञात अपराधियों ने उनके घर के समीप से 16 हजार नकदी सहित करीब दस लाख के जेवरात लूट लिया.
घटना चार : बीते जनवरी माह में दो मोटरसाइकिल पर आये हथियारों से लैस अज्ञात अपराधियों ने पंडौल थाना क्षेत्र के भगवतीपुर पेट्रोल पंप पर लूट पाट किया. हवाई फायरिंग करते हुए निकल गये. पांच थाना पुलिस नाकेबंदी कर अपराधियों के पकड़ने की कोशिश की.
घटना के बाद नेपाल
में लेते हैं शरण
गिरोह में शामिल चारों अपराधी इसी जिले के हैं. जिसमें एक शत्रुघ्न कुमार जयनगर का, रोहित कुमार राजनगर का, बाला मिश्रा बेनीपट्टी का बताया जा रहा है. स्थानीय होने के कारण इन लोगों को हर रूट की जानकारी रहती थी. जिस कारण ये लोग घटना को अंजाम देकर आसानी से भाग निकलते थे. घटना के बाद ये लोग अधिकतर नेपाल में जाकर छिप जाते थे.
गिरोह को मजबूत करने के लिए करता था लूट
शत्रुघ्न कुमार व उसके साथी गिरोह को मजबूत व आधुनिक हथियार खरीदने के लिये पेट्रोल पंप व अन्य जगहों पर लूट कांड को अंजाम देते थे. इन लोगों के पास जो कारबाइन थी, जिसे पुलिस ने बरामद किया है वह देसी निर्मित थी. पर चालू अवस्था में और ऑटोमेटिक है. इसी के दम पर ये लोग दो मोटरसाइकिल से लूट कांड को अंजाम देते थे. इनके पास मोटरसाइकिल भी संभवत: लूट का ही बताया जा रहा है.
जल्द ही होगा अन्य मामलों का खुलासा
यह बड़ी उपलब्धि है. दरभंगा, बेतिया, समस्तीपुर व अन्य जिलों के एसपी से संपर्क किया जा रहा है. वहां से भी अधिकारी आकर इनसे पूछताछ कर घटनाओं के खुलासा करने व अन्य अपराधियों को पकड़ने की रणनीति बनायी जा सकती है. जल्द ही बाकी बचे अपराधी भी पुलिस के पकड़ में होंगे.
दीपक बरनवाल, एसपी
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