12 साल पहले हुए शिलान्यास के बाद नहीं शुरू हुआ निर्माण कार्य
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शिलान्यास से आगे नहीं बढ़ा आकाशवाणी का काम
12 साल पहले हुए शिलान्यास के बाद नहीं शुरू हुआ निर्माण कार्य हाल रांटी आकाशवाणी केंद्र का आंदोलन की बनने लगी है रूप रेखा, 23 को दरभंगा आकाशवाणी पर धरना मधुबनी : बात करीब 12 साल पहले की है. उस समय केंद्र में भाजपा की सरकार थी और रविशंकर प्रसाद सूचना एवं प्रसारण मंत्री थे. […]
हाल रांटी आकाशवाणी केंद्र का
आंदोलन की बनने लगी है रूप रेखा, 23 को दरभंगा आकाशवाणी पर धरना
मधुबनी : बात करीब 12 साल पहले की है. उस समय केंद्र में भाजपा की सरकार थी और रविशंकर प्रसाद सूचना एवं प्रसारण मंत्री थे. मैथिली को अष्टम सूची में दर्जा भी मिल चुका था. इसी दौरान 2004 में मधुबनी मुख्यालय से सटे रांटी में एफएम आकाशवाणी स्टेशन का शिलान्यास मंत्री रविशंकर प्रसार द्वारा किया गया. हर ओर मिथिला – मैथिली के विकास की बातें हो रही थी. पर धीरे धीरे यह बातें अतीत बनती गयी. आलम यह है कि जिस जगह पर आकाशवाणी केंद्र खोले जाने का शिलापट्ट लगाया गया,
उस शिलापट्ट पर लिखा हर शब्द मिट चुका है. जमीन परती पड़ी है. पर एक बार फिर से इस स्टेशन का निर्माण किये जाने को लेकर आवाजें उठने लगी है. आवाज उठाने वाले ऐसे लोगों में यह उम्मीद है कि केंद्र में फिर से भाजपा की सरकार है. तो इस केंद्र की ओर सरकार की नजरें उठे और यहां केंद्र का निर्माण कार्य हो जाये.
जिला से केंद्र तक आंदोलन का एलान : रांटी स्थित आकाशवाणी केंद्र के निर्माण की मांग को लेकर जिला, प्रमंडल से लेकर केंद्र तक मांग व आंदोलन करने की रूप रेखा तैयार की जा रही है. इस केंद्र के निर्माण की बातें भी विगत दिनों साहित्यकारों की एक गोष्ठी में ही उठी थी. इसके बाद विभिन्न अवसरों पर इसको लेकर आवाजें उठने लगी. साहित्यकार अजीत आजाद बताते हैं कि इस केंद्र के निर्माण से यहां की समस्या, यहां की सभ्यता, संस्कृति, धरोहर को देश के कोने-कोने तक पहुंचाने का अवसर मिलता. पर इसके निर्माण को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया. हमें सिर्फ आधारशिला नहीं आकाशवाणी चाहिये. उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा है कि यह केंद्र मिथिला मैथिली को बढ़ावा देने का बहुत सशक्त माध्यम व धरोहर होगा. ऐसे में इसके निर्माण के लिये हर किसी को आगे आना चाहिये.
23 को आकाशवाणी के समीप धरना
रांटी आकाशवाणी के निर्माण की मांग को लेकर आंदोलन की शुरुआत आगामी 23 जनवरी को होगी. अजित आजाद बताते हैं कि इस दिन एक दिवसीय धरना प्रदर्शन दरभंगा आकाशवाणी के सामने किया जायेगा. इसके बाद एक शिष्टमंडल वर्तमान में सूचना एवं प्रसारण मंत्री व मंत्री रविशंकर प्रसाद से भी मिलेंगे. यदि इससे भी बात नहीं बनी तो जिला मुख्यालय से लेकर प्रदेश स्तर तक सड़क जाम व आंदोलन किया जायेगा. इस मामले को लेकर विभिन्न छात्र संगठन भी सामने आने लगा है. संभावना जतायी जा रही है कि दरभंगा में प्रदर्शन के बाद एक शिष्टमंडल को दिल्ली भेजा जायेगा.
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