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नोट पर निशान पड़ने पर हो जायेगा अवैध

नोटबंदी. बैंक खुलते ही उमड़ रही लोगों की भीड़, रुपया नहीं मिलने से परेशानी बरकरार मधुबनी : नये नोट पर कुछ भी लिखना परेशानी में डाल सकता है. यदि आप दो हजार या पांच सौ के नये नोट पर कुछ भी लिखते हैं तो वह नोट अवैध माना जायेगा. और यह नोट आपके लिये बेकार […]

नोटबंदी. बैंक खुलते ही उमड़ रही लोगों की भीड़, रुपया नहीं मिलने से परेशानी बरकरार

मधुबनी : नये नोट पर कुछ भी लिखना परेशानी में डाल सकता है. यदि आप दो हजार या पांच सौ के नये नोट पर कुछ भी लिखते हैं तो वह नोट अवैध माना जायेगा. और यह नोट आपके लिये बेकार हो सकता है. आरबीआइ ने इस दिशा में हर बैंक को निर्देश जारी कर दिया है. साथ ही इस निर्देश को लेकर आम लोगों को जागरूक करने को भी कहा है.
27 वें दिन भी परेशानी बरकरार . नोट बंदी के 27 वें दिन सोमवार को बैंक खुलते ही शाखाओं में काफी भीड़ देखी गई. लोग सुबह से ही बैंक की शाखाओं के खुलने का इंतजार कर रहे थे. वहीं एटीएम पर सुबह से ही लंबी – लंबी कतारें लग गई थी. पर लोगों को निराशा ही हाथ लगी. शहर के सिर्फ एक दर्जन एटीएम पर ही पैसे नहीं निकल रहे थे.
जबकि शहर में विभिन्न बैंक के 31 एटीएम लगे है. बताया जा रहा है कि सौ करेंसी के नोट उपलब्ध नहीं रहने के कारण एटीएम व्यवस्था पूरी तरह चरमरायी हुई है. बैंक सूत्रों की माने तो एटीएम में 2 हजार एवं 100 की करेंसी नोट डाले जा रहे है. पुराने नोट इसमें नहीं डाल सकते है. जिसके कारण परेशानी हो रही है. इधर करीब एक सप्ताह से एटीएम से दो हजार के नोट ही अधिकतर निकलते है. जिसके कारण परेशानी बढ़ती जा रही है. क्षमता के हिसाब से उसमें सौ के नोट नहीं लोड हो पा रहे है.
एटीएम में पैसा नहीं रहने के कारण ग्रामीण क्षेत्र से आये लोगों को काफी परेशानी हुई. लोग एक एटीएम से दूसरे एटीएम का चक्कर लगाते रहें. कुछ एटीएम के तो शटर भी बंद थे. जबकि, कुछ एटीएम के शटर तो खुले थे पर पैसे नहीं निकल रहे थे. हालांकि बैंक की शाखाओं में काफी मशक्कत के बाद लोगों पैसा निकाल रहे है.
खत्म होते ही डाले जा रहे नोट. जिले के एटीएम में पैसा डालने का काम देख रहे एनसीआर कॉरपोरेशन इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के जोनल कॉर्डिनेटर भालचंद्र चौधरी ने बताया कि जिले में 68 एटीएम में नोट डालने का काम उनके कंपनी के जिम्मे है. शहर के आस-पास 34 एटीएम कैश लोड का काम देखते है. जहां जहां नोट उपलब्ध हो रहे है एटीएम में रुपये डालने का काम तीव्र गति से किया जा रहा है.
रोटेशन नहीं होने से समस्या.एलडीएम एमएस अख्तर बताते है कि सौ के करेंसी के रोटेशन नहीं होने से प्रभाव पड़ रहा है. जबकि बैंक द्वारा सौ की करेंसी अधिक मात्रा में उपलब्ध करायी गयी है. रिजर्व बैंक ने कहा है कि नये नोटों पर किसी तरह के निशान डालने पर वह नोट मान्य नहीं रहेगा.
उन्होंने लोगों से अपील की है कि नये नोट पर किसी तरह का निशान न डालें.
एटीएम में लगी भीड़
शादी के लिए डाकघर से एक लाख की होगी निकासी
प्रधानडाक घर में खाता धारक को आवश्यकता के अनुसार ही राशि दी जाती है. डाक अधीक्षक मो. जैनुद्दीन के बताया कि डाक विभाग ने बैंक के द्वारा मिली राशि से ही खाता धारक को आवश्यकता के अनुसार राशि दी जा रही है. 24 हजार रुपये तक की निकासी लोग कर सकते है. जिनके यहां शादी या कोई आवश्यक काम है तो संबंधित कामों के कागजात के साथ एक लाख तक की निकासी कर सकते हैं. डाक विभाग का एटीएम सुचारु रूप से काम कर रहा है. इससे दो हजार तक की निकासी कर सकते है.
गांव में नोट की कमी
ग्रामीण क्षेत्रों के बैंक की शाखाओं में नोटों का अभाव दिख रहा है. इन क्षेत्रों में एटीएम सेंटर नहीं के बराबर है. जिसके कारण ग्रामीण क्षेत्र के लोग पैसे निकालने के लिए शहर के एटीएम पर पहुंच रहे है. अहले सुबह से ही लोग एटीएम की कतार में खड़े हो जाते है या फिर शहर के विभिन्न एटीएम को खंगालते रहते है. थक हार कर किसी एटीएम के बाहर कतार में लग जाते हैं. शनिवार और रविवार को बैंक बंद रहने के बाद सोमवार को जब बैंक खुली तो लोगों को उम्मीद थी कि पैसा आसानी से प्राप्त हो जायेगा पर निराशा ही हाथ लगी.
गौतम कुमार, सुभाष कुमार, ब्रजेश कुमार, बजरंत महतो, सीयाराम सदाय, मो. अकील, ईश्वरचंद, विनोद कुमार झा सहित अन्य लोग बताते है कि हम ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को काफी परेशानी हो रही है. अभी के समय में विशेष व्यवस्था होनी चाहिए. परेशानी बरकरार. जयनगर: नोटबंदी के लगभग महीने के करीब हो जाने के बाद भी बैंकों के सामने लगने वाली कतारों की लंबाई कम होने का नाम नहीं ले रही. सभी प्रमुख व्यावसायिक बैंकों के समक्ष लोगों की लंबी कतार देखी जा रही है.
ग्रामीण क्षेत्रों के बैंक उपभोक्ताओं के समक्ष और भी अधिक परेशानी है. दुल्लीपट्टी स्थित इंडियन ओवरसीज बैंक की सामने ग्राहकों की लंबी कतार लगी रहती है. आईओबी के समक्ष कतार में लगे ग्राहकों ने बताया कि वे लोग कई दिनों तक बैंक के सामने कतार में लगने आते हैं ,तब जाकर एक या दो हजार रुपये दिया जाता है. इतने कम पैसों में घर खर्च और बच्चों की पढाई में भी दिक्कत हो रही है. सोमवार को ग्राहकों की भीड़ लगी थी ,लेकिन लोगों को कैश नहीं दिया जा रहा था.
बैंक प्रबंधक आर बी ठाकुर ने बताया कि बीएसएनएल के लिंक फेल रहने के कारण ग्राहकों को कैश नहीं दिया जा रहा हैं. कम कैश दिए जाने के बाबत पर उन्होंने बताया कि कम कैश की उपलब्धता और कैश के लिए ग्राहकों की अधिक संख्या के कारण कारण प्रति ग्राहकों को कम कैश दिया जा रहा है. उन्होंने बताया कि पर्याप्त मात्रा में कैश उपलब्ध रहने और लिंक के सही काम करने के बाद ही ग्राहकों की परेशानी कम की जा सकती है.

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