बासोपट्टी (मधुबनी). जनकपुर के लिये शुक्रवार का दिन ऐतिहासिक बन गया. इस दिन 18 साल बाद राष्ट्रपति का आगमन हुआ. इससे पूर्व 1998 में भारत के तत्कालीन राष्ट्रपति के आर नारायणन नेपाल के यात्रा पर गये थे. अठारह साल बाद प्रणब मुखर्जी के जनकपुर जाने से नेपाल के लोगों में उत्साह व्याप्त था. पूरा जनकपुर सजा था.
लोग कतार में खड़े होकर शांति से राष्ट्रपति के एक झलक पाने को बेताब दिख रहे थे. जानकी मंदिर में आकर पूजा अर्चना किये जाने के राष्ट्रपति के कार्यक्रम से जनकपुर के जानकी मंदिर को विशेष रूप से सजाया गया था. वैसे तो अन्य दिनों में भी यह मंदिर साफ सुथरा रहता है पर शुक्रवार को इसकी सफाई देखते ही बनती थी.
एक धूल का कण तक नजर नहीं आ रहा था. मंदिर के प्रवेश द्वार से लेकर मां जानकी के गर्भगृह के द्वार तक कालीन बिछा हुआ था. मंदिर के पुजारी भी उत्साहित थे. जनकपुरधाम हवाई अड़ा से लेकर मंदिर व मंदिर से त्रिहुतिया गाछी तक दर्जनों स्वागत द्वार बनाये गये थे.