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ससुरालवालों का बहू मानने से इनकार

मधुबनी : अंडमान निकोबार से आयी एक विवाहिता पिछले एक सप्ताह से बिस्फी प्रखंड के पतौना में न्याय के लिए भटक रही है. पर उसे इंसाफ दिलाने के लिए अब तक कोई आगे नहीं बढ़ा है. बिस्फी प्रखंड के पतौना गांव के अशद रजा कोलकाता के किसी शिपिंग कंपनी में काम करते हैं. इसी दौरान […]

मधुबनी : अंडमान निकोबार से आयी एक विवाहिता पिछले एक सप्ताह से बिस्फी प्रखंड के पतौना में न्याय के लिए भटक रही है. पर उसे इंसाफ दिलाने के लिए अब तक कोई आगे नहीं बढ़ा है.

बिस्फी प्रखंड के पतौना गांव के अशद रजा कोलकाता के किसी शिपिंग कंपनी में काम करते हैं. इसी दौरान अंडमान निकोबार द्वीप समूह के अब्रेदीन बाजार की लड़की शहनाज बानों से उसे प्रेम हो गया. शहनाज की माने तो अशद रजा से 3 मार्च 2015 को कोलकाता के किसी मैरेज ब्यूरो के माध्यम से दोनों ने शादी कर ली. अंडमान में दोनों साथ रहने लगे. इस दौरान तीन माह पूर्व उसे एक लड़का भी हुआ. पर इस शादी को अशद के परिवार वालों ने मानने से इनकार करते हुए कभी मान्यता नहीं दी. इधर कुछ दिन पूर्व अशद भी कोलकाता से भागकर अपने गांव चला आया.
भटक रही है पीड़िता
एसपी कार्यालय के बाहर तीन माह के दुधमुंहे को सीने से लगाकर रोती शहनाज बानो ने बताया कि पिछले 28 अगस्त से वह भटक रही है उसका सुनने वाला कोई नहीं है. उसने कहा कि 28 अगस्त को वह अपने ससुराल पतौना पहुंची जहां उसके पति को परिवार वालों ने भगा दिया एवं मेरे साथ दुर्व्यहार कर मुझे भी घर से निकाल दिया. मैं दो दिन पतौना ओपी पर अपनी शिकायत दर्ज कराने के लिए परेशान रही पर थाने पर प्राथमिकी नहीं दर्ज हो पा रही थी.
शहनाज ने बताया कि एसपी साहब को सारी बातों की जानकारी दी हूं तो उन्होंने बताया है कि प्राथमिकी दर्ज हो गई है. शहनाज ने बताया कि मुझे इंसाफ चाहिए.
एसपी ने दिया जांच का निर्देश
इस मामले में पुलिस अधीक्षक दीपक वरनवाल ने कहा कि उक्त मामले में विस्फी थाना क्षेत्र में प्राथमिकी दर्ज कर मामले की जांच का निर्देश थानाध्यक्ष को दिया गया है. शीघ्र ही इस मामले को सुलझा लिया जायेगा.
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ग्रामीण डाकघर में कंप्यूटर नहीं
ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को सुविधा प्रदान करने को लेकर डाक विभाग ने कोर बैंकिंग सेवा शुरू की. पर यह पहल अब तक धरातल तक नहीं पहुंच सकी है. आलम यह है कि अब तक मात्र 41 डाक घर में ही कंप्यूटर सेवा उपलब्ध हो सकी है. बांकि 375 ग्रामीण डाक घर को अभी तक कंप्यूटर उपलब्ध नहीं कराया गया है. जिसके कारण कोरबैंकिंग सेवा प्रभावित है. डाक घर से जुड़े हजारों ग्राहक इस सेवा से वंचित है.
तीन शाखा में बंटा विभाग
डाक विभाग को तीन भागों में बांटा गया है. जिसमें ग्रामीण शाखा डाकघर, उपडाकघर एवं प्रधान डाकघर है. जिला में ग्रामीण शाखा डाकघर की संख्या 375 है. वहीं उप डाकघर 40 है. विभाग ने प्रथम चरण में प्रधान डाकघर सहित उप डाक घर में कंप्यूटर सेवा चालू कर दिया. जबकि 375 ग्रामीण डाकघर को कंप्यूटर उपलब्ध नहीं हो पाने के कारण इससे जुड़े उपभोक्ताओं को भारी परेशानी हो रही है. जानकारी के अनुसार प्रधान डाकघर सहित उपडाकघर को मिला कर 12 हजार बचत खाता है. जिसमें अभी तक सिर्फ 500 खाता धारी को ही एटीएम कार्ड दिया गया है.
एटीएम की कमी से परेशानी
डाक विभाग में एटीएम मशीन के कमी के कारण उनके ग्राहकों को परेशानी हो रही है. विभाग द्वारा अभी एक ही एटीएम मशीन लगायी गयी है. जिस कारण भी परेशानी होता है. जिले में खाताधारी के हिसाब से एटीएम की संख्या और होनी चाहिए. विदित हो कि डाकघर से प्राप्त एटीएम कार्ड का सिर्फ विभाग द्वारा लगाये गये मशीन में ही उपयोग किया जा सकता है.
खाताधारी को मिलेगा एटीएम
एटीएम सेवा से सभी खाताधारी को जोड़ने के लिए विभाग प्रयासरत है. उप डाकघर में कोरबैंकिंग सेवा शुरू कर दिया गया है.
जैनुन्नदीन, डाक अधीक्षक

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