पहल. आदर्श नगर कॉलोनी में हुई जलनिकासी की व्यवस्था
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दो हजार आबादी को मिलेगी जलजमाव से निजात
पहल. आदर्श नगर कॉलोनी में हुई जलनिकासी की व्यवस्था मधुबनी : अब शहर के वार्ड नंबर 7 के आदर्शनगर कॉलोनी में लोगों को जल जमाव से निजात मिलेगी. इसके लिए नगर परिषद ने कवायद तेज कर दी है. दरअसल, प्रभात खबर ने 18 मई के अंक में नगर कॉलोनी में नाला नहीं शीर्षक से प्रमुखता […]
मधुबनी : अब शहर के वार्ड नंबर 7 के आदर्शनगर कॉलोनी में लोगों को जल जमाव से निजात मिलेगी. इसके लिए नगर परिषद ने कवायद तेज कर दी है. दरअसल, प्रभात खबर ने 18 मई के अंक में नगर कॉलोनी में नाला नहीं शीर्षक से प्रमुखता से खबर छापी थी. इस पर नगर परिषद ने पहल करते हुए शनिवार को जल निकासी की व्यवस्था की. यहां बता दें की करीब दो दशक पूर्व से लोगों ने घर बनाकर रहना शुरू किया था.
पर जल निकासी के लिए अब तक नाला का निर्माण नहीं किया गया था. यहां रहने वाले करीब दो हजार की आबादी को जल जमाव से जूझना पर रहा था. बरसात की चंद बूंदे ही यहां के रहने वालों के लिए परेशानी का सबब बन जाता था. कार्यपालक पदाधिकारी जटाशंकर झा व पार्षद रूमी देवी ने इस पर पहल करते हुए जेसीबी द्वारा नाला बनवायी. इससे कॉलोनी के लोगों राहत की सांस ली हैं.
लगेगा ह्यूम पाइप
जल निकासी के लिए बनाये गये नाला में जगह- जगह ह्यूम पाइप भी लगाये जायेंगे. कार्यपालक पदाधिकारी जटाशंकर झा ने स्वयं स्थल का निरीक्षण कर स्वच्छता निरीक्षक को कई आवश्यक निर्देश भी दिये. इस दौरान उन्होंने कहा कि जल निकासी में बाधा पहुंचाने वालों पर कानून संगत कार्रवाई की बात कही.
लोगों ने सराहा
आदर्श नगर कॉलोनी में जल निकासी को लेकर आजतक नगर परिषद द्वारा कोई पहल नहीं होने से स्थानीय लोगों में आक्रोश व्याप्त था. लोगों ने आंदोलन तक की बात कही थी. पर नगर परिषद द्वारा जल निकासी की व्यवस्था करने से लोगों में हर्ष व्याप्त हैं.
बच्चों को परेशानी
सड़कों पर कमर भर पानी व कीचड़ के चलते बच्चों को स्कूल जाने में भी परेशानी होती है. स्कूल के रिक्शा या बस कॉलोनी के अंदर नहीं आ पाती. जिसके कारण बच्चे या तो स्कूल नहीं जा पाते या फिर पानी होकर एक हाथ में किताब का बैग तो दूसरे हाथ में जूता लेकर मुख्य सड़क पर जाते हैं. जिससे ना सिर्फ पढ़ाई ही प्रभावित होती है बल्कि स्वास्थ्य भी प्रभावित होता है.
कहते हैं अधिकारी
नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी जटाशंकर झा ने स्थल के निरीक्षण के दौरान बताया कि नप प्रशासन जल जमाव को लेकर गंभीर हैं. जल निकासी को लेकर सरकार से भी कई आवश्यक निर्देश मिले. उन्होंने बताया कि शीघ्र ही सड़कों की मापी करायी जायेगी. नाला निर्माण भी कराने की योजना है. उन्होंने कहा कि सरकारी जमीन को अतिक्रमण तथा जल निकासी में व्यवधान पहुंचाने वालों पर कानून संगत कार्रवाई की जायेगी.
नगर परिषद ने चलाया अभियान
घर छोड़ देते हैं लोग
करीब दो दशक पहले यहां लोगों ने बसना शुरू किया था. अब करीब दो हजार की आबादी निवास करती है. बरसात के दिनों में आलम यह रहता है कि यहां रहना मुश्किल रहता है. कई लोग तो घर छोड़कर अपने रिश्तेदारों के यहां चले जाते हैं. यहां जल जमाव इसलिए क्योंकि आज तक जल निकासी को कोई व्यवस्था न की गई थी.
घरों में लगता है पानी
बरसात के दिनों में यहां ना सिर्फ सड़कों पर पानी लगा रहता है. बल्कि दर्जनों लोगों के घरों में तीन से चार महीने तक पानी लगा रहता है. जलजमाव के कारण इस मुहल्ले की स्थिति ऐसी बन गयी है कि यहां की पक्की सड़कें से गिट्टी सीमेंट पूरी तरह से निकल चुके हैं. जिसके कारण लोगों का चलना मुश्किल रहता है.
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