मधुबनीः धान अधिप्राप्ति योजना में बकायेदार राइस मिल मालिकों के खिलाफ विभाग ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है. वित्तीय वर्ष 11-12 में धान अधिप्राप्ति योजना के तहत जिले में खरीदे गये धान का मीलिंग करने के लिये राइस मिल को दिया गया था. लेकिन जिस अनुपात में धान के एवज में चावल मिलना चाहिए. उस समय अनुपात में राइस मील मालिकों ने ना तो चावल दिया और ना ही चावल के एवज में राशि का भुगतान ही विभाग को किया.
इस कारण विभागीय अधिकारी की राज्य स्तर पर फजीहत होने लगी. कई बार विभागीय अधिकारी इन बकायेदार राइस मिल मालिकों को राशि का भुगतान करने की चेतावनी दे चुके हैं. इसके बावजूद राइस मिल मालिकों द्वारा भुगतान करने में लापरवाही बरती जा रही है. इधर, विभाग ने सोमवार को सात बकायेदार मिल मालिकों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर दी है. इससे मिल मालिकों में हड़कंप मचा हुआ है.
129.783 लाख क्विंटल चावल बकाया
वित्तीय वर्ष 11-12 में राइस मिल को दिये गये धान के एवज में जितना चावल चाहिये. उसके विरुद्ध उतना चावल प्राप्त नहीं हो सका है. विभागीय सूत्रों के अनुसार वर्ष 11-12 में 6 लाख 31 हजार 740 क्विंटल धान की खरीद कर विभिन्न राइस मिल को मिलिंग के लिये दिया गया था. इसमें से 4 लाख 23 हजार 276 क्विंटल चावल मिल को देना चाहिए. लेकिन मिल मालिकों ने अब तक मात्र 2 लाख 93 हजार 493 क्विंटल चावल ही दिया. विभिन्न राइस मिल पर विभाग ने 1 लाख 29 हजार 783 क्विंटल चावल बकाया रहने का दावा किया है.
करोड़ों रुपया बकाया
जिले के विभिन्न राइस मिल मालिकों पर करोड़ों रुपये बकाया है. इसके वसूली के लिये विभाग ने बकायेदार मिल मालिकों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है. सोमवार को जहां सात मिल मालिकों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गयी है. वहीं इससे पूर्व 5 बड़े बकायेदार के खिलाफ भी विभाग ने राशि वसूली के लिये नीलाम पत्र दायर किया था. सूत्रों के अनुसार अब भी करीब 8 करोड़ रुपये विभिन्न राइस मिल मालिकों के ऊपर बकाया है. जिन राइस मिल मालिकों के खिलाफ पूर्व में नीलाम पत्र दायर किया गया था. उसमें गणोश फूड प्रोसेसिंग दरभंगा, संजीवनी इंडस्ट्रीज दरभंगा, शारदा राइस मिल, शंकर उद्योग व आरएन राइस मिल शामिल है. इन पांचों मिल के ऊपर विभाग ने करीब 5 करोड़ रुपये बकाया रहने की बात बतायी है.
क्या कहते हैं अधिकारी
इस बाबत बिहार राज्य खाद्य निगम के जिला प्रबंधक मदन कुमार ने बताया कि बकायेदार मिल मालिक यदि जल्द से जल्द बकाये राशि का भुगतान नहीं करेंगे तो सभी के विरुद्ध थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी जायेगी.