फुलपरास : सुड़ीयाही गांव में कोलकाता के न्यायालय के आदेश के अनुपालन को लेकर चार वर्ष के बच्चे को अपने माता को दिलवाने गये फुलपरास और कोलकता की पुलिस को ग्रामीणो के विरोध के कारण वापस जाना पड़ा . कोलकाता पुलिस बयान के आधार पर सरकारी काम में बाधा डालने को लेकर थाना में चार नामजद सहित अन्य लोगो के खिलाफ मामला दर्ज कर थाना अध्यक्ष सनोवर खान ने अनुसंधान जारी कर दिया है .
जानकारी के अनुसार सुड़ीयाही निवासी राजेश कुमार कोलकाता के मोना सरकार के साथ प्रेम विवाह किया था . पुत्र विशाल कुमार चार वर्ष अपने पिता के घर सुड़ीयाही में रह रहा है.मोना सरकार ने कोलकाता के न्यायालय में अपने पुत्र विशाल कुमार को देने का मामला दायर किया. कोलकाता के न्यायालय ने संबंधित थाना को निर्देश दिया कि बिहार के सुड़ीयाही गांव जाकर मां को उनका बच्चा विशाल को दिया जाय .
कोलकाता के दो पुलिस और दो महिला कांस्टेबल के साथ मोना सरकार फुलपरास थाना पहुंचा .फुलपरास थानाध्यक्ष ने कोलकाता के पुलिस के साथ सुड़ीयाही के राजेश कुमार के घर पहुंच कर बच्चे विशाल को देने की बात कही. लेकिन ग्रामीणों ने एक जुट होकर विरोध कर बच्चे को नहीं सौंपा . उपस्थित पुलिस बल से मारपीट पर उतारू हो जाने के कारण फुलपरास पुलिस और कोलकाता की पुलिस बगैर बच्चा लिये ही गांव से बैरंग लौट गयी. पुलिस के बयान के आधार पर राजेश सहित दर्जनों लोगों के खिलाफ थाना मे 45/16 दर्ज कर अनुसंधान जारी कर दिया है..मोना से अनबन होने के कारण तीन वर्ष पहले ही राजेश अपने गांव में आकर पुत्र विशाल के साथ रहने लगा है.